न्यूज़- बाबा श्री काशी विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में महाशिवरात्रि के मौके पर राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) को बड़ी सफलता मिली है. डीआरआई वाराणसी ने 3 करोड़ रुपये के अवैध गांजे की खेप बरामद की है. डाब (कच्चा नारियल) की आड़ में गांजे की खेप को लाया जा रहा था. ट्रक में भरे डाब के नीचे बोरियों में गांजा दबाकर रखा गया था जिसे मुखबिर की सूचना पर डीआरआई ने लंका थाना क्षेत्र के डाफी इलाके से बरामद किया. 20 क्विंटल गांजे के साथ डीआरआई के अधिकारियों ने 2 अभियुक्तों को हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि करीब 3 करोड़ रुपये के गांजे की इस खेप को वाराणसी में डिलीवरी के लिए ओडिशा से लाया गया था.
बता दें, धर्म की नगरी वाराणसी में महाशिवरात्रि जहां एक तरफ धूमधाम से मनाई जाती है तो वही इसकी आड़ में तस्कर भी सक्रिय हो जाते हैं. ऐसे में गुरुवार को डीआरआई को उस वक्त बड़ी सफलता हाथ लगी जब डाफी टोल प्लाजा के पास 20 क्विंटल गांजे को बरामद किया गया. डीआरआई विभाग के चीफ इंटेलिजेंस अफसर आंनद राय ने बताया कि उनकी टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि बड़े स्तर पर गांजे की खेप वाराणसी में डिलीवरी के लिए लाई जा रही है.
मुखबिर की सूचना पर देर रात एक ट्रक को रोक कर उसकी तलाशी ली गई. ट्रक में डाब लदा हुआ था, लेकिन उसके नीचे गांजे को छुपाकर रखा गया था. आनंद राय ने बताया कि ट्रक से कुल 20 क्विंटल गांजा बरामद हुआ है. इसकी कीमत 3 करोड़ रुपए आंकी गई है. गांजा ले जा रहे दो अभियुक्तों को हिरासत में लिया गया है और उनसे इस नेटवर्क के बारे में पूछताछ चल रही है.
आनंद राय ने बताया, डीआरआई वाराणसी ने 17 फरवरी की शाम को एक ट्रक से भारी मात्रा में गांजे की रिकवरी की. 15 हजार रुपये प्रति किलो के हिसाब से 20 क्विंटल गांजे की कीमत लगभग 3 करोड़ रुपये आंकी गई है. ट्रक में कच्चे नारियल लदे हुए थे. उसके नीचे बोरियों में छुपा कर गांजे रखे गए थे. 67 बोरियों में गांजे की खेप लाई जा रही थी. इस वारदात में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक का नाम मोहम्मद खुर्शीद है जो कोरापुट, ओडिशा का रहने वाला है. दूसरे का नाम मट्टू शंकर है जो बरैनी कस्बा का रहने वाला है. दोनों व्यक्ति इससे पहले भी गांजे की सप्लाई कर चुके हैं. दोनों मिर्जापुर और बनारस के आसपास के इलाकों में बड़ी मात्रा में गांजे की सप्लाई करते रहे हैं.