न्यूज़ – महिला दिवस के एक दिन पहले अग्रोहा धाम के टॉयलेट के वाॅशबेसिन में करीब दो माह की नवजात बच्ची रखी मिली है। उसे सजा-संवार कर शायद उसकी मां छोड़ गई। उसके माथे पर काला टीका भी लगा है, ताकि उसे किसी की नजर न लगे। पास में एक बैग में उसके कपड़े भी मिले हैं। धाम के मैनेजर संदीप कुमार की सूचना पर पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया और अग्रोहा धाम में घूमने आए सभी श्रद्धालुओं से पूछताछ की, लेकिन कुछ भी पता नहीं चला। पुलिस ने बच्ची को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया।
मेडिकल के सीएमओ डाॅ. राहुल गौतम ने शिशु विभाग के चिकित्सकों की टीम से जांच करवाई तो पता चला बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। बच्ची को चाइल्ड वेलफेयर टीम को-ऑर्डिनेटर अंजलि को साैंप दिया गया है। क्राइम ब्रांच टीम के एसआई अशोक ने बताया कि बच्ची को सीडब्लूसी को पेश किया जाएगा।
सबसे पहले स्वीपर ने देखा
धाम के मैनेजर संदीप कुमार ने बताया कि स्वीपर उषा देवी टॉयलेट साफ करने गई थीं। वहां वाॅशबेसिन में दो माह की बच्ची चिल्ला रही थी और पास में एक कपड़ा का थैला रखा था। उसने सोचा की बच्ची की मां वाॅशबेसिन में रख कर टॉयलेट गई होगी और उसने रोती हुई बच्ची को चुप कराने का प्रयास किया। काफी देर तक उसे लेने कोई नहीं आया तो मैनेजर ने लाउड स्पीकर से मुनादी भी कराई। फिर पुलिस बुलाई गई।
गोद लेने के लिए पहुंचे आधा दर्जन परिवार
सीएमओ डाॅ. राहुल गौतम ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन विभाग में करीब दो घंटे बच्ची काे रखा गया। थोड़ी ही देर में बच्ची को गोद लेने के लिए करीब आधा दर्जन लोग पहुंच गए। मेडिकल का स्टाफ भी बच्ची को अपनाने के लिए तैयार है।