जयपुर में अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। महिलाओं से अपराध के मामलों की बात करें तो यह ग्राफ और भी बढ़ जाता है। प्रदेश में आएं दिन रेप, छेड़छाड़, और शारीरिक शोषण के मामलें सामनें आते रहतें है। हाल ही में जयपुर से एक युवती के साथ रेप का प्रयास करने का मामला सामने आया है।
मामला जयपुर के घाटगेट का है। यहां एक 19 साल की युवती से उसके ही पड़ोसी ने रेप करने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि युवती पैदल अपने ननिहाल जा रही थी। उसी समय उसके पड़ोस में रहने वाले अली अकबर (35) ने उसे रास्ते में अकेला पाकर काम में अंदर खींच लिया, और उसे डरा-धमकाकर जबरदस्ती करने की कोशिश की। जब लड़की ने शोर मचाया तो आरोपी डर कर भाग गया।
यह मामला सीएम कार्यालय से मात्र 4 किलोमीटर दूर का है। सीएम अशोक गहलोत के राजधानी में रहते हुए जब उनके आसपास इस तरह के मामलें सामने आ रहें है तो दूर दराज इलाकों में तो स्थिति और भी खराब है। आंकड़ो की मानें तो जयपुर नाबालिक लड़कियों से रेप के मामलें में पहले नंबंर पर है। ऐसे में सरकार से सवाल यह है कि वह इस मामलें में क्या कर रही है।
इस मामले में पीड़िता गुरुवार को ट्रांसपोर्ट नगर थाने पहुंची और आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। पीड़िता ने पुलिस को यह भी बताया कि आरोपी ने करीब दो महीने पहले भी अकेला पाकर छेड़छाड़ की थी। पुलिस में मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश करने में जुटी है।
महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों की बात करें तो राजस्थान उसमें उच्च पायदान पर है। NCRB के आंकड़ो की मानें तो रेप के मामले में राजस्ठान पहले नंबंर पर है। आकंडों की माने तो पुलिस स्टेशन में सालाना 6191 रेप के मामलें सामने आते है। ये तो वह आंकड़ें है जो सामने आएं है ऐसे ना जाने कितने केस है जो पुलिस तक पहुंच ही नहीं पातें।
ऐसे में एक सवाल सरकार के लिए बनता है कि आखिर क्यों राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों का ग्राफ कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। जब सरकार ने इतने कानून बनाए है तो उनका पालने क्यों नहीं किया जा रहा।
क्यों रेप जैसे मामलें सामने आ रहें है। या तो सरकार इन मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रही है या अपराधियों के मन से अब पुलिस का खौफ ही खत्म हो गया है। जो वे लगातार बेखौफ होकर ऐसी वाहियात घटनाओं को अंजाम दे रहें है। सरकार को इस मुद्दें पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि इन अपराधों में कमी आ सके।