न्यूज – भोपाल के खटलापुरा घाट पर शुक्रवार को तड़के गणपति विसर्जन के दौरान नाव पलटने से कई लोग डूब गए। अभी तक 11 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। नौ लोगों को बचा लिया गया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। तीन लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। लापता लोगों की तलाश के लिए नदी में गोताखोरों की टीम उतारी गई है। बताया जाता है कि खटलापुरा में यह हादसा नाव पर अधिक लोगों के सवार होने के कारण हुआ।
भोपाल के पिपलानी इलाके में चल रहे समारोह के बाद लोग गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे थे। मूर्ति बड़ी होने की वजह से नाव का बैलेंस बिगड़ गया जिससे वह डूब गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची।
हादसे को लेकर गंभीर लापरवाही की बात सामने आ रही है। पहले भी यहां लोगों के डूबने की घटनाएं हो चुकी है। गणेश विसर्जन के दौरान यहां पुलिस की ओर से भी सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं था। इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए हैं।
गणेश विसर्जन के दौरान मौजूद लोगों ने बताया कि दो नावें आपस में जुड़ी थीं, इन पर 22 से 23 लोग सवार थे। सबसे पहले एक नाव पलटी तो इस पर सवार लोग दूसरी पर कूद गए। इसके बाद दूसरी नाव का संतुलन भी बिगड़ गया और दोनों नावें डूब गईं।
देश में गणेश विसर्जन के दौरान कई जगहों से ऐसी खबरें आती है, लेकिन ना प्रशासन इसकी तैयारियां करता है ना ही लोग किसी चीज की परवाह करते है, लोग भगवान के प्रेम में इतने लील हो जाते है की उन्हें अपनी जान की भी परवाह नहीं रहती,
पिछले कुछ वर्षों से देश में भी यह जागरूकता आयी है कि लोगों को इकों फ्रेंडली गणेश जी मनाने चाहिए, ताकि हम मिट्टी के गणेश जी का विसर्जन घर पर ही कर सकें, ऐसा करके हम ऐसी दुर्घटनाओं से तो बचेंगे ही साथ ही हमारे पर्यावरण को स्वच्छ भी रख सकेंगे।