तालाबंदी के दौरान धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं। अब ई-वॉलेट के जरिए पेटीएम यूजर्स के फर्जी भुगतान का मामला प्रकाश में आया है। मामला झारखंड का है। यहां का जामताड़ा देश भर में साइबर धोखाधड़ी के लिए कुख्यात है। यहां साइबर ठगों ने ई-वॉलेट पेटीएम को ठगी के लिए हथियार के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
Paytm का एक कर्मचारी भी इस व्यवसाय में शामिल पाया गया है। पेटीएम कर्मचारी ने उपयोगकर्ता का नाम, नंबर और अन्य जानकारी अपराधियों को प्रदान की, जिसके बाद साइबर ठग आसानी से पेटीएम ग्राहक के मोबाइल पर एक लिंक और संदेश भेजते हैं, जिससे खाता बंद करने का वादा किया जाता है। जैसे ही लोग उनसे संपर्क करते हैं, केवाईसी के नाम पर पेटीएम खाताधारकों के लिए एक ऐप डाउनलोड किया जाता है। इस ऐप के जरिए खाताधारक की सारी जानकारी ठगों तक पहुंच जाती है और फिर वह आसानी से खाते से पैसा उड़ा देता है।
मामला सामने आने के बाद जामताड़ा के एसपी अंशुमान कुमार ने कहा है कि आरोपी जीतेन्द्र मंडल के गिरफ्तार पेटीएम कर्मियों की पहचान की जा रही है। ofजीतेंद्र ने अपने सहयोग से देश भर में हजारों पेटीएम खाताधारकों का अधिग्रहण किया।