आपत्तिजनक बयान देकर फरार हुए अजमेर दरगाह के खादिम गौहर चिश्ती कानून के लंबे हाथ से बच नहीं पाया। फरार चल रहे गौहर चिश्ती को पुलिस ने हैदराबाद से पकड़ा । राजस्थान पुलिस ने शाहिनायतगंज पुलिस के साथ जब गौहर चिश्ती को पकड़ने गई तो उसने घर की पहली मंजिल की खिड़की से कूदने की कोशिश की। लेकिन पुलिस टीम ने उसे छत पर ही पकड़ लिया। दरअसल गौहर चिश्ती का मददगार बना एहसानुल्लाह उर्फ मुन्नावर हैदराबाद में रानी चूड़ियों के नाम से चूड़ी का धंधा करता है। गौहर और एहसानुल्लाह एक दूसरे को करीब बीस साल से जानते हैं। उनका परिचय तब हुआ जब एहसानुल्लाह अजमेर दरगाह आया। इसके बाद गौहर खुद कई बार हैदराबाद गया।
अजमेर पुलिस को शक था कि बेगम बाजार पुलिस की मदद से जानकारी लीक हो सकती है, इसलिए उस थाने की जगह दूसरे थाने की पुलिस से मदद ली गई। गौहर और मुन्नावर ने पुलिस टीम को देखकर भागने की कोशिश की और पुलिस कर्मियों पर भी हमला कर दिया लेकिन भागने में नाकाम रहे। अजमेर पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि गौहर के बैंक खाते से 17 जून और उसके आसपास करीब बाईस लाख रुपये की बड़ी राशि भी ई-ट्रांसफर हुई है। पुलिस अब गौहर के बैंक खाते की भी जांच कर रही है।
गौरतलब है कि पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने को लेकर बीजेपी नेता नुपुर शर्मा को देशभर में विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अजमेर शरीफ दरगाह के खादिम सैयद सरवर चिश्ती ने नूपुर शर्मा की टिप्पणी का विरोध करते हुए खतरनाक आंदोलन की चेतावनी दी थी। अजमेर दरगाह के एक अन्य मौलवी सलमान चिश्ती ने कथित तौर पर नूपुर शर्मा का सिर काटने के लिए इनाम की घोषणा की थी। हालांकि भड़काऊ बयान देने के आरोप में सलमान चिश्ती को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।