राजस्थान में लगातार क्राइम का ग्राफ सातवें आसमान पर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। बात चाहे हम राजधानी जयपुर की करे या और दूसरे जिलों की राजस्थान में क्राइम रूकने का नाम नहीं ले रहा तो वही दूसरी और लायन आर्डर की भी धजिया उडाई जा रही है। जयपुर,जोधपुर,गंगानगर ,अलवर,कोटा में सबसे ज्यादा क्राइम के केसेस बढे है।
प्रदेश में बढ़ता क्राइम का ग्राफ सबसे बड़ी चिंता का विषय है। तमाम संगीन अपराधों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है और हर महीने पुलिस मुख्यालय में तमाम रेंज व जिला स्तर पर होने वाली क्राइम मीटिंग में भी अपराध के बढ़ते हुए ग्राफ को कम करने को लेकर चिंतन किया जाता है।
लेकिन इसके बावजूद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, दुष्कर्म, नकबजनी और चोरी के प्रकरणों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।
एडीजी क्राइम डॉ रवि प्रकाश मेहरड़ा का कहना है कि वर्ष 2022 की शुरुआत के साथ ही प्रदेश में अलग-अलग तरह के विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
जिसके तहत लंबे समय से वांछित चल रहे बदमाशों की धरपकड़ की जा रही है। इसके साथ ही लूट, डकैती, चोरी और नकबजनी करने वाले बदमाशों के विभिन्न गिरोह को दबोचा जा रहा है। तमाम अभियानों की मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय स्तर पर की जा रही है और सभी जिलों को बदमाशों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
इसके बावजूद भी अपराध के ग्राफ का बढ़ना चिंता का एक बड़ा विषय है, जिसे लेकर पुलिस मुख्यालय में आला अधिकारी गहन चिंतन कर रहे हैं. ऐसे जिले जहां पर अपराध का ग्राफ पहले की तुलना में बढ़ा है, उन जिलों पर विशेष फोकस किया जा रहा है। बदमाशों की धरपकड़ को लेकर निर्देश दिए जा रहे है।