सादुलपुर सुसाइड: इंसान नहीं, भगवान थे “विष्णुदत्त”

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई आत्महत्या मामले पर ट्वीट कर दुख व्यक्त किया है।
सादुलपुर सुसाइड: इंसान नहीं, भगवान थे “विष्णुदत्त”
Updated on

न्यूज –    सादुलपुर के पुलिस अधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई की आत्महत्या की जाँच डीजीपी ने क्राइम ब्रांच को दी है। अब एडीजी बीएल सोनी के निर्देशन में क्राइम ब्रांच मामले की जांच करेंगे। इसकी जांच होते ही एडीजी क्राइम बीएल सोनी सक्रिय हो गए हैं। एसपी सीआईडी ​​सीबी विकास शर्मा को टीम के साथ मौका दिया गया है

वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई आत्महत्या मामले पर ट्वीट कर दुख व्यक्त किया है।

1997 बैच के जाबांज थानेदार जो भी थाने में रहे, उन्होंने अपनी कार्यशैली की छाप छोड़ी। लोकप्रिय पुलिस स्टेशन अधिकारी और अपराधी विष्णु के नाम से डरते थे। आज सुबह, विष्णु दत्त विश्नोई ने लगभग 11 बजे अपने सरकारी घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पहले भारत के टूटने के साथ, यह खबर आग की तरह फैल गई, हर कोई हैरान रह गया। घटना के बाद एसपी तेजस्वनी गौतम राजगढ़ पहुंची। एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें विष्णई ने किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया, लेकिन इस कृत्य के लिए अपने पिता से माफी मांगी। आईजी जोस मोहन ने भी इसकी पुष्टि की। वहीं, नेताओं के अलावा जनता और व्यापारी भी इस घटना की जांच की मांग कर रहे हैं। थाने के बाहर नारे लगाए जा रहे थे कि यह भगवान है, इंसान नहीं। घटना के बाद राजनीति भी गरमा गई। नोखा विधायक बिहारी विश्नोई भी सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। राजगढ़ विधायक कृष्णा पूनिया कुछ दबाव में दिखीं लेकिन उन्होंने जांच की मांग की।

logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com