न्यूज – शिमला : चिड़गांव तहसील के अंतर्गत दुगयानी गांव में रविवार सुबह अचानक आग लगने से सात घर जलकर राख हो गए, जिससे लाखों की संपत्ति का नुकसान हुआ। आग में 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला सोढ़ा मणि पत्नी भगवान दास भी जिंदा जल गई। आपदा ने 17 परिवारों की छत छीन ली है। वहीं, इस अग्निकांड में थुम्बर देवता और बालथ्रु देवता के मंदिर भी जल गए हैं। इसके अलावा, दर्जनों घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। हादसा रविवार सुबह करीब 10 बजे हुआ, जब सरदार सिंह के घर से आग लगी, जिसके बाद आग आसपास के दूसरे घरों की ओर बढ़ गई। स्थानीय लोगों ने पावर स्प्रेयर और नल से आग पर काबू पाने की कोशिश की। आग के कारण पूरे गांव को बचाने के लिए ग्रामीण एकजुट हुए, कुछ दूरी पर एक घर को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। जो आग पर काबू पाने में सफल रहा।
घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम रोहडू बीआर शर्मा, डीएसपी रोहडू सुनील नेगी, तहसीलदार चिड़गांव नरोत्तम गौड़ और थाना प्रभारी चिड़गांव पूरे दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं, हादसे की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम भी रोहडू से घटनास्थल की ओर रवाना हो गई। खस्ताहाल सड़क के कारण दमकल विभाग मौके पर नहीं पहुंच सका, जिसे जेसीबी की मदद से मौके पर ले जाया गया, जिसके बाद आग पर काबू पाया गया। बाद में जुब्बल से एक फायर ट्रक भी मौके पर पहुंचा। एसडीएम रोहडू बीआर शर्मा ने कहा कि तालाबंदी के दौरान लगी आग से लाखों की संपत्ति नष्ट हो गई। कई परिवार बेघर हो गए हैं। प्रशासन बेघर परिवारों की हर संभव मदद कर रहा है। इस बीच, रोहड़ू के विधायक बीआर शर्मा ने कहा कि वह दुगयानी गांव में आग में जल रही बुजुर्ग महिला को शोक मनाते हैं।