पंजाब के मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई है। उन पर मानसा के गांव जवाहरके में AK-94 से ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। फायरिंग में मूसेवाला की जान चली गई और उनके 2 साथी जख्मी हो गए। बताया जा रहा है कि हमले की जिम्मेदारी कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली है। पंजाब में CM भगवंत मान की अगुआई वाली AAP सरकार ने शनिवार को ही सिद्धू मूसेवाला की सिक्योरिटी घटाई थी।
बताया जा रहा है कि मूसेवाला को गैंगस्टरों से धमकियां मिली थी। इसके बावजूद पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए एक दिन पहले ही मूसेवाला समेत 424 VIP की सुरक्षा वापस ली थी।
सूत्रो के अनुसार अगस्त 2021 में मोहाली में विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग सिद्धू पर हमले की फिराक में था। बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल जेल में बंद है और जेल से गैंग ऑपरेट कर रहा है। उसके गैंग में 700 शूटर हैं जो कनाडा समेत विदेशों में मौजूद हैं।
कनाडा में बैठे लॉरेंस बिश्नोई के करीबी गोल्डी बरार ने दावा ये भी किया है विक्की मिद्दुखेड़ा के अलावा उसके खुद के भाई गुरुलाल बरार की हत्या के पीछे भी सिद्धू मोसेवाला था लेकिन अपने रसूख के दम पर वो बच गया था।
मनसा अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर रंजीत राय ने कहा कि तीन लोगों को अस्पताल लाया गया, जिनमें से सिद्धू मूसेवाला की मौत हो गई। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों घायलों को आगे के इलाज के लिए उच्च संस्थान में रेफर कर दिया गया है।
मूसेवाला को गैंगस्टरों से धमकी मिल रही थी। जिसमें लॉरेंस विश्नोई गैंग का नाम सामने आ रहा है। आशंका जताई जा रही है कि इस हत्या के पीछे गैंगस्टर्स का हाथ हो सकता है। हालांकि पुलिस ने अभी तक इस मामले में कुछ स्पष्ट नहीं किया है। मूसेवाला के पास पहले 8 से 10 गनमैन थे। जिन्हें घटाकर पहले 4 किया गया। इसके बाद कल सरकार ने उनके पास सिर्फ 2 ही गनमैन छोड़े थे। हत्या के वक्त यह दोनों भी उनके साथ नहीं थे।
बताया जा रहा है कि सिद्धू मूसेवाला ने शनिवार को ही अपने वकील से बात का खुद को जान का खतरा बताया था। मूसेवाला ने कहा था कि पंजाब सरकार ने अचानक बिना कोई नोटिस दिए उनकी सुरक्षा घटा दी है। ऐसे में इसके लिए कोई दूसरा इंतजाम करना होगा।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने अपने बयान में साफ कहा है कि ये आदेश सिर्फ कुछ समय के लिए लागू किया गया है। राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त जवानों की जरूरत है, इसी वजह से रिव्यू मीटिंग के बाद 424 लोगों की सुरक्षा वापस ली गई है। अब उन जवानों को राज्य के अलग-अलग इलाकों में तैनात किया जाएगा। इससे पहले अप्रैल महीने में भी भगवंत सरकार ने 184 वीआइपी लोगों की सुरक्षा वापस लेने का फैसला किया था। तब पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व मंत्री सहित कई विधायकों की सुरक्षा पर कैची चली थी। उन सभी नेताओं को पंजाब सरकार ने प्राइवेट सिक्योरिटी दे रखी थी।
शनिवार को पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने मूसेवाला समेत कुल 424 VIP लोगों की सुरक्षा पर कैची चलाई थी। इस लिस्ट में डेरामुखी सहित कई सेवानिवृत्त अधिकारी भी शामिल हैं। वर्तमान और पूर्व विधायकों की सुरक्षा भी वापस ली गई है। इनमें शिअद के वरिष्ठ नेता चरण जीत सिंह ढिल्लों, बाबा लाखा सिंह, सतगुरु उधय सिंह, संत तरमिंदर सिंह भी शामिल हैं। इसके अलावा विधायकों में अकाली नेता गनीव कौर मजीठिया, कांग्रेस नेता परगत सिंह, आप विधायक मदन लाल बग्गा का सुरक्षा कवर भी वापस ले लिया गया है। बताया जा रहा है कि सरकार ने पहले एक रिव्यू मीटिंग की थी, उसके बाद इन लोगों की सुरक्षा वापस लेने का फैसला हुआ था।
सिद्धू मूसेवाला ने पंजाब विधानसभा चुनाव में मानसा सीट से कांग्रेस के टिकट पर आम आदमी पार्टी के डॉ. विजय सिंगला के खिलाफ चुनाव लड़ा था। मूसेवाला हार गए थे और उन्हें हराने वाले विजय सिंगला राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बने थे। हाल ही में CM भगवंत मान ने भ्रष्टाचार के आरोप में उन्हें पद से बर्खास्त किया था।
सूचना के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला साथियों के साथ गाड़ी से जा रहे थे। उसी दौरान काले रंग की गाड़ी में सवार हमलावरों ने उन पर फायरिंग की। घर से करीब 5 किमी दूर ही मूसेवाला को गोलियां मार दी गई। मूसेवाला खुद थार जीप चला रहे थे। उन पर करीब 30 से 40 फायर किए गए। फायरिंग इतनी ताबड़तोड़ हुई कि मूसेवाला अपनी सीट से हिल तक नहीं सके।
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा है कि इस घटना में शामिल किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "सिद्धू मूसेवाला की जघन्य हत्या से मैं स्तब्ध और दुखी हूं। इसमें शामिल किसी को बख्शा नहीं जाएगा। मेरे विचार और प्रार्थनाएं उनके परिवार और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के साथ हैं. मैं सभी से शांत रहने की अपील करता हूं।"
सिद्दू मूसेवाला की हत्या पर बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने पंजाब सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने वीडियो जारी कर कहा कि पंजाब में कानून-व्यवस्था कंट्रोल से बाहर हो चुकी है। उसके बाद भी पंजाबी गायक की सुरक्षा कम कर दी गई थी। मूसेवाला ने पंजाब की शान बढ़ाई, लेकिन अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की घटिया की राजनीति के वो शिकार हो गए। उन्होंने कहा कि 20 गोलियां के साथ उन पर कातिलाना हमला हुआ, जिसमें उनकी कीमती जान चली गई।
17 जून 1993 को जन्मे शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला मनसा जिले के मूसा वाला गांव के रहने वाले थे। मूसेवाला की लाखों में फैन फॉलोइंग है और वह अपने गैंगस्टर रैप के लिए लोकप्रिय थे। सिद्धू मूसेवाला की मां गांव की सरपंच थीं। उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की थी। उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में म्यूजिक सीखा और बाद में कनाडा चले गए।
मूसेवाला को सबसे विवादास्पद पंजाबी गायकों में से भी जाना जाता है, जो खुलेआम बंदूक संस्कृति को बढ़ावा देते थे, उत्तेजक गीतों में गैंगस्टरों का महिमामंडन करते थे। सितंबर 2019 में रिलीज़ हुआ उनका गाना 'जट्टी जियोने मोड़ दी बंदूक वर्गी' ने 18वीं सदी के सिख योद्धा माई भागो के संदर्भ में एक विवाद को जन्म दिया था। उन पर इस सिख योद्धा की छवि को खराब दिखाने का आरोप लगाया गया था। हालांकि बाद में मूसेवाला ने माफी मांग ली थी।