आगरा : आगरा के जगदीशपुरा थाना क्षेत्र के मलखाना से 25 लाख रुपये की चोरी कर लापता सफाईकर्मी की मंगलवार देर रात मौत हो गयी. पुलिस ने उसे ताजगंज इलाके से गिरफ्तार किया था। वहीं, पुलिस से बचने के लिए आरोपी चोर ने खुद का मुंडन करवाया था। इधर, गिरफ्तारी के बाद पुलिस हिरासत में सफाईकर्मी की मौत की घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
हंगामे के डर से पुलिस ने आसपास के जिलों से पुलिस बल की मांग की है, क्योंकि आज वाल्मीकि जयंती है और पुलिस हिरासत में मरने वाला सफाई कर्मचारी भी वाल्मीकि समाज से था। मौत की खबर मिलते ही वाल्मीकि समाज के लोग थाने के पास जमा होने लगे।
इसी को लेकर पुलिस में हड़कंप मच गया। वहीं इस मामले में जगदीशपुरा थाने की इस लापरवाही पर एडीजी राजीव कृष्णा इंस्पेक्टर समेत छह पुलिसकर्मियों को पहले ही सस्पेंड कर चुके हैं।
बता दें कि 16 अक्टूबर की रात जगदीशपुरा थाना परिसर में पिछले दरवाजे और खिड़की को तोड़कर मालखाना में सेंध लगा दी गयी। मलखाना से 25 लाख रुपये की चोरी इसकी जानकारी 17 अक्टूबर की सुबह हुई, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। क्योंकि थाने की सुरक्षा में लापरवाही के आरोप में प्रभारी निरीक्षक अनूप कुमार तिवारी सहित छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही कई पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है।
एडीजी राजीव कृष्णा के निर्देश पर एसएसपी मुनिराज ने थाने यानि मलखाना से चोरी को लेकर कई टीमों को जांच में लगाया है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि थाने में चोरी करने की हिम्मत हर किसी में नहीं होती।
इस चोरी में पुलिसकर्मी या अन्य कर्मचारी शामिल हैं। पुलिस के रडार पर मुखबिर भी हैं। क्योंकि थाने में उनका आना-जाना लगा रहता है. पुलिस ने संदेह के घेरे में आए लोगों की तलाशी शुरू की। इसी कड़ी में जब पुलिस टीम सफाई कर्मचारी के घर पहुंची तो वह गायब था। पुलिस ने उसके घर की तलाशी ली तो उसमें कुछ नगदी भी मिली। इसके बाद उसे ताजगंज इलाके से गिरफ्तार किया गया। लेकिन हिरासत में आरोपी की अचानक मौत की घटना ने पुलिस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।