विवाहिता की हत्या का खुलासा, बेटे की चाह में पत्नी की हत्या, लाठी से पिता फिर गला दबाया बेटी बिच में आई तो धक्का दिया

बटाडू रामपुरा निवासी शेराराम और उसकी पत्नी सरस्वती के बीच लड़ाई होती थी, उनकी शादी को 13 साल हो चुके थे, दोनों की एक बेटी है, शेराराम को एक बेटा चाहिए था, शेराराम पुनर्विवाह करना चाहता था क्योंकि उसके कोई पुत्र नहीं था
विवाहिता की हत्या का खुलासा, बेटे की चाह में पत्नी की हत्या, लाठी से पिता फिर गला दबाया बेटी बिच में आई तो धक्का दिया
Updated on

डेस्क न्यूज़- बाड़मेर जिले के बटादरी रामपुरा गांव में विवाहिता की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है, बेटे की चाह में पति ने पत्नी को लाठियों से पीट-पीट कर मार डाला। पति पुनर्विवाह करना चाहता था, इसमें पत्नी बाधा थी, पति ने पत्नी को डंडे से पीटा, फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई, मां को बचाने गई बेटी को भी चोटें आई हैं।

शेराराम पुनर्विवाह करना चाहता था क्योंकि उसके कोई पुत्र नहीं था

बटाडू रामपुरा निवासी शेराराम और उसकी पत्नी सरस्वती के बीच लड़ाई होती थी, उनकी शादी को 13 साल हो चुके थे, दोनों की एक बेटी है, शेराराम को एक बेटा चाहिए था, शेराराम पुनर्विवाह करना चाहता था क्योंकि उसके कोई पुत्र नहीं था।

रास्ते से हटने के लिए मारो

पत्नी सरस्वती को रास्ते से हटाने के लिए 26 सितंबर की रात शेराराम ने उससे झगड़ा किया, शेराराम ने लाठी उठाई और सरस्वती पर हमला कर दिया, इस दौरान उनकी बेटी दुर्गा भी जाग गई, जब वह अपनी मां को बचाने के लिए बीच में आई तो पिता के हमले से वह भी सहम गई, इससे वह सीढ़ियों पर गिर गई, दुर्गा के सिर, मुंह और आंखों पर चोटें आई हैं।

गला घोंटकर उसकी हत्या

बचने के लिए सरस्वती घर के किचन, आंगन और बरामदे में दौड़ती रही, लेकिन वह उसे डंडों से पीटता रहा। पिटाई के बाद उसने सरस्वती को जमीन पर पटक दिया और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।

मारपीट के दौरान आरोपी पति भी घायल हो गया

एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि इस हमले के दौरान पत्नी द्वारा किए गए वार से आरोपी शेराराम भी घायल हो गया, उनका जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में इलाज चल रहा है, इलाज के बाद आरोपी शेराराम से घटना के बारे में गहन पूछताछ की जाएगी, आरोपी द्वारा हत्या की बात कबूल करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

लड़की ने खोला राज

घटना के तुरंत बाद करीब 11 साल की बच्ची दुर्गा और शेराराम को जोधपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया, दुर्गा के इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, इसके बाद युवती दुर्गा से उसके परिजनों और महिला कांस्टेबल की मौजूदगी में मानसिक पूछताछ की गई तो दुर्गा ने पूरे घटना का खुलासा कर दिया, दुर्गा ने बताया कि पिता ने मां को मार डाला।

एफएसएल और एमओबी टीम से जुटाए साक्ष्य

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एफएसएल और एमओबी की टीम को बुलाकर मौके से साक्ष्य जुटाए, पुलिस ने संदिग्ध लोगों से भी पूछताछ की, लेकिन कुछ पता नहीं चला, फिर पुलिस का शक पति शेराराम पर गहराने लगा।

घटना का अज्ञात रूप देने के लिए किया गया ड्रामा

घटना को अज्ञात रूप देने के लिए पति शेराराम ने रात में ड्रामा कर घर का सारा सामान तितर-बितर कर दिया और जेवर की आलमारी खोलकर हंगामा किया, आरोपी के परिवार वालों ने भी अफवाह फैलाई थी कि शेराराम और उसकी पत्नी को करंट लग गया है।

logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com