डेस्क न्यूज़- नागौर जिले में भीड़ ने एक कांस्टेबल की पिटाई कर दी, कांस्टेबल बीच रोड पर डांस कर रहे लोगों से डीजे की गाड़ी को साइड करने के लिए बोल रहा था, इसमें वहां नाच रहा एक युवक आया और कांस्टेबल का कॉलर पकड़कर एक तरफ ले गया, इसी बीच कार्यक्रम में शामिल कुछ लोगों ने आनन-फानन में कांस्टेबल की पिटाई शुरू कर दी, कांस्टेबल किसी तरह वहां से भाग निकला, हालांकि मामला तीन दिन पुराना है, लेकिन परबतसर पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक एक सितंबर को चार पुलिसकर्मी दो आरोपियों को पीलवा थाने से मेड़ता कोर्ट ले जा रहे थे, पुलिस जब परबतसर थाना क्षेत्र के पिपलाद गांव पहुंची तो लोग सड़क पर डीजे पर नाच रहे थे, पैदल चलने वालों का संघ गांव से रामदेवरा के लिए निकला था, जिनके स्वागत में यह कार्यक्रम रखा गया।
जाम के कारण सड़क नहीं मिली तो कांस्टेबल लीलाधर ने डीजे वाहन के चालक को वाहन साइड में ले जाने को कहा, इस पर हंगामा शुरू हो गया और कुछ युवकों ने कांस्टेबल की पिटाई शुरू कर दी, वर्दी का कॉलर पकड़कर घसीटते हुए मारपीट कर ले गए, अन्य पुलिसकर्मियों ने पहुंचकर उसे कार के अंदर बिठाकर भीड़ का शिकार होने से बचाया, फिलहाल पुलिस ने कांस्टेबल की रिपोर्ट पर मारपीट, सरकारी काम में बाधा डालने व धक्का-मुक्की समेत अन्य धाराओं में नामजद 3 समेत 7 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
पीलवा थाने में तैनात लीलाधर ने बताया कि एक सितंबर को मेड़ता सिटी गिरफ्तार दो आरोपियों को थाने में निजी वाहन से अन्य पुलिस कर्मियों के साथ एससी-एसटी कोर्ट में पेश करने जा रहे थे, इसी दौरान पिपलाद गांव में करकरी रोड पर रास्ते में दो डीजे बज रहे थे, इससे पूरा रोड जाम हो गया।
चालक को डीजे साइड ले जाने के लिए कहा तो देवीलाल दुकिया निवासी भादवा ने 7-8 लोगों के साथ और दोनों डीजे वाहनों के चालकों मुकेश ढाका खानपुरा व ओमप्रकाश ने जानलेवा हमला कर दिया, भीड़ में मौजूद लोगों ने वर्दी का कॉलर पकड़ लिया और पिटाई करते हुए साइड में ले गए, इस बात की जानकारी होने पर साथी पुलिस कर्मी दौड़ता हुआ आया और गाड़ी में बैठते ही उसे बचा लिया, कांस्टेबल ने कहा कि आरोपी ने उसकी राजनीतिक पहचान का रौब दिखाते हुए जान से मारने और वर्दी उतारने की धमकी दी, हालांकि पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।