मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के गंजबासौदा में गुरुवार की रात कुएं में फिसल गई एक बच्ची को बचाने के लिए उसके मेड़ पर खड़े 30 से अधिक लोग अचानक कुएं में गिर गए और मलबे में दब गए. इनमें से 19 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और बचाव कार्य अभी भी जारी है। घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है और 10 लोग अब भी लापता हैं. वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. घायलों का भी नि:शुल्क इलाज किया जाएगा।
हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि मलबे में कितने लोग
फंसे हैं। यह कुआं करीब 50 फीट गहरा है और इसमें पानी करीब
20 फीट बताया जाता है। मुख्यमंत्री व्यक्तिगत रूप से मौके पर
चल रहे राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
चौहान ने घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने और पीड़ितों को
हर संभव चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने मारे गए लोगों की मौत पर दुख जताया।
वहीं, मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री और जिला प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि
अब तक 19 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. उन्हे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि इस कुएं का पानी मशीनों के जरिए निकाला जा रहा है.
उन्होंने कहा कि बचाव अभियान जारी है जिसे पूरा होने में समय लगेगा.
एक अधिकारी ने बताया कि हादसे में कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
वहीं कुएं में गिरने के बाद बचाए गए दो लोगों ने मीडिया को बताया कि हादसा कुएं
में गिरी एक बच्ची को बचाने के दौरान हुआ. कुछ लोग उसे बचाने के लिए इस कुएं में उतर गए,
जबकि करीब 40-50 लोग उसकी मदद करने और देखने के लिए कुएं की मेड़ और छत पर खड़े हो गए।
इस बीच, कुएं की छत गिर गई, जिससे करीब 25-30 लोग कुएं में गिर गए।
उन्होंने बताया कि उन दोनों समेत करीब 12 लोगों को रस्सियों की मदद से कुएं से बाहर निकाला गया और वहां मौजूद ग्रामीणों ने उन्हें बचा लिया. दोनों को मामूली चोटें आई हैं। उन्होंने कहा कि कुएं की छत पर जो लोहे की रॉड लगी थी, वह सड़कर गल चुकी थी। इसलिए वह टूट गई और यह हादसा हुआ।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रात करीब 11 बजे बचाव कार्य में लगा एक ट्रैक्टर भी इसी कुएं में गिर गया, जिससे चार पुलिसकर्मियों समेत कुछ लोग भी इस कुएं में गिर गए. इनमें से तीन पुलिसकर्मियों और कुछ अन्य को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भोपाल से रवाना हो चुकी हैं. मौके पर जिलाधिकारी व एसपी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि मैंने विदिशा के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग को वहां पहुंचने का निर्देश दिया है.
बचाव कार्य के लिए जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक यह कुआं करीब 50 फीट गहरा है और पानी से भी भरा हुआ है. यह घटना रात करीब नौ बजे की है। बचाए गए सभी लोगों को अस्पताल ले जाया गया है।
मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से मौके पर चल रहे राहत और बचाव कार्यों का निरीक्षण किया। चौहान ने गंजबासौदा घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने और पीड़ितों को हर संभव चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. इस बीच मौके पर पहुंचे विदिशा जिले के पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा ने कहा, "मैं अभी इतना ही कह सकता हूं कि बचाव अभियान जारी है."
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दिल्ली के लिए रवाना होना था, लेकिन इस हादसे के चलते उन्होंने विदिशा में रुकने का फैसला किया है. जानकारी के मुताबिक अब मुख्यमंत्री शुक्रवार को दिल्ली के लिए रवाना हो सकते हैं.