राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैया लाल हत्या काण्ड में एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehot) ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा घटना बहुत बड़ी है, जघन्य है, मैंने कल भी कहा कि जितनी निंदा करें उतनी कम है। और हमने इसीलिए एसआईटी (SIT) गठित की है, एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया है कल रात से ही, जयपुर पहुंचते ही लॉ एन्ड ऑर्डर को लेकर मीटिंग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि और ये जो खबरें आ रही हैं, जिसने हत्या की है उनके क्या प्लान थे, क्या षड्यंत्र था, किससे लिंक है, राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय कोई ऐसी एजेंसी है क्या जिससे लिंक है, वो तमाम बातों का खुलासा होगा। इसको हम उस गंभीरता से ले रहे हैं कि घटना कोई मामूली नहीं है और ऐसे हो नहीं सकती जब तक इसका कोई अंतर्राष्ट्रीय या राष्ट्रीय स्तर पर कुछ जो ऐसे रेडिकल एलिमेंट हैं, उससे लिंक नहीं हो तब तक ऐसी घटना होती ही नहीं है ये अनुभव कहता है, उसी रूप में इसकी जांच-पड़ताल शुरू की गई है।
Gulab Chand Kataria ने जयपुर से सरकार को निशाने पर लिया। बातचीत में कहा कि इस प्रकार घटनाएं लगातार राजस्थान में हो रही है। ऐसा लगता है कोई न कोई गिरोह है, जो यह काम कर रहा है। कटारिया ने कहा कि आश्चर्य इस बात का है कि एसपी को मैने एक घंटे बाद कॉल किया तो वे यह कहते हैं कि अभी पता चला है जबकि मुझे घटना के पांच मिनट बाद ही पता चल गया। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब टेलर ने पुलिस से सुरक्षा मांगी तो पुलिस ने इतनी गंभीर लापरवाही इस मामले में क्यों की। आरोपी वीडियो वायरल कर रहे हैं, यह कितना खतरनाक है और भरे बाजार में कानून व्यवस्था को धता बताकर खुलेआम हत्या कर भाग निकले।
भीलवाड़ा में तो आरोपी ही बदल दिया। लगता है कि एक तरह से इन लोगों को राज्य सरकार का प्रोटक्टशन है। इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
मृतक परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी के साथ उनको अच्छी सहायता सरकार को देनी चाहिए। मुख्यमंत्री गहलोत से मेरी कई बार बातचीत हुई। इस संबंध में कलक्टर व एसपी से भी बातचीत की।जिला मजिस्ट्रेट ताराचंद मीणा ने आदेश जारी कर 10 थाना क्षेत्रों के साथ-साथ समस्त उपखंड क्षेत्रों में कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए हैं। कार्यपालक मजिस्ट्रेट्स को निर्देश दिए हैं कि वे तत्काल संबंधित पुलिस अधिकारियों से समन्वय कर अपने-अपने क्षेत्र में निरंतर भ्रमण कर कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्यवाही करें।