क्रूरता: जिसको राखी बांधी, उसीने मां और तीन बच्चों को गला काट कर मार डाला

रक्षाबंधन पर रेखा जिन हाथों में राखी बांधती थीं, उन्हीं हाथों ने उन्हें और बच्चों को मार डाला, किसी ने सोचा भी नहीं था। हत्या के खुलासे के बाद रेखा के पिता विनोद ने कहा कि वह अब चाहते हैं कि संतोष और उसके साथियों को फांसी से ज्यादा सजा मिले. उसने संतोष के परिवार से नाता तोड़ लिया है।
Photo | Amar Ujala
Photo | Amar Ujala

डेस्क न्यूज़- आगरा के कोतवाली क्षेत्र के कुचा साधुराम मोहल्ले में रेखा और उसके तीन बच्चों के कातिल रिश्ते का भाई संतोष निकलेगा, जो किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था। मंगलवार को जब पुलिस ने हत्या का खुलासा किया तो मोहल्ले के लोग सहम गए। संतोष ने रेखा और उसके तीन बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। हत्याकांड के बाद कूचा साधुराम के लोग भी दहशत में थे।

Photo | Amar Ujala
Photo | Amar Ujala

रेखा कभी नही निकलती थी घर से बाहर

लोग यह नहीं समझ पा रहे थे कि रेखा जो घर से बाहर नहीं निकलती है उसकी भी किसी से दुश्मनी हो जाती है। इसका खुलासा हुआ तो परिजनों के पैरों तले से जमीन खिसक गई। रक्षाबंधन पर रेखा जिन हाथों में राखी बांधती थीं, उन्हीं हाथों ने उन्हें और बच्चों को मार डाला, किसी ने सोचा भी नहीं था। हत्या के खुलासे के बाद रेखा के पिता विनोद ने कहा कि वह अब चाहते हैं कि संतोष और उसके साथियों को फांसी से ज्यादा सजा मिले. उसने संतोष के परिवार से नाता तोड़ लिया है।

रेखा के पिता विनोद राठौर छत्तीसगढ़ में रह रहे हैं। रेखा अपने मामा के घर पली-बढ़ी। उनकी दादी ने ही उसकी शादी की थी। दो साल पहले पति सुनील से उनका तलाक हो गया था। वह तीन बच्चों वंश उर्फ ​टुकटुक, पारस और माही के साथ रह रही थी। 22 जुलाई की सुबह चारों के शव घर में मिले।

संतोष, रेखा की मौसी का बेटा हैं

विनोद ने बताया कि संतोष उनकी मौसी के बेटे का बेटा है। वह तीन भाइयों में सबसे बड़ा है। रेखा और संतोष की आयु लगभग बराबर है। घर भी पास में हैं। इसी वजह से रेखा और संतोष बचपन में साथ खेलते थे। रेखा संतोष को राखी बांधने लगी। पति से अलग होने के बाद उसने संतोष को अपने घर आने दिया था। उसने उस पर भरोसा किया। लेकिन जब पुलिस ने इसका खुलासा किया तो सभी दंग रह गए।

विनोद ने बताया कि संतोष इस बारे में नहीं सोचेगा। अब हमारा उससे और उसके परिवार से कोई लेना-देना नहीं था। पुलिस ने जो खुलासा किया है वह बिल्कुल सही है। उस पर पूरा विश्वास रखें। अब बस एक ही चीज की जरूरत है कि दोषियों को फांसी से ज्यादा सजा दी जाए। यही बात परिवार के अन्य सदस्यों ने भी कही।

Related Stories

No stories found.
logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com