डेस्क न्यूज़- अलीगढ़ जहरीली शराब कांड – उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शुक्रवार से अब तक 42 शव पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चरी पहुंच चुके हैं। हालांकि, डीएम ने दोपहर 2 बजे तक शराब से सिर्फ 22 मौतों की पुष्टि की है। जिसका दोपहर 2 बजे तक पोस्टमॉर्टम किया गया। सरकार 25 से अधिक की पुष्टि करने से हिचक रही है। बाकी की पुष्टि शाम तक होने की उम्मीद है। पोस्टमॉर्टम सेंटर पर आईबी और अन्य एजेंसियों ने डेरा डाल दिया है। सरकार को हर पल रिपोर्ट दी जा रही है।
आपको बता दें कि पिसावा क्षेत्र के गांव शादीपुर में
शनिवार को एक महिला समेत पांच लोगों की और
थाना टप्पल के गांव मडक और कस्बा जट्टारी में चार लोगों की मौत हो गयी। लोधा के करसुआ बॉटलिंग प्लांट के बाहर एक ट्रक चालक भी मृत पाया गया है।
वही थाना टप्पल और पिसावा के करीब चार लोग गंभीर हैं, जिन्हें जेवर के
कैलाश अस्पताल व अलीगढ़ में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
वहीं मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस पर शवों का पोस्टमार्टम नहीं होने
का आरोप लगाते हुए प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि सरकार ने लापरवाही के आरोप में जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, आबकारी निरीक्षक राजेश यादव, प्रधान आरक्षक अशोक कुमार, निरीक्षक चंद्रप्रकाश यादव और आरक्षक रामराज राणा को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने तीन मामले दर्ज कर शराब तस्करी रैकेट के एक आरोपी अनिल चौधरी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। दो मुख्य आरोपी फरार हैं, जिन पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया है।
सीएम ने मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून ( NSA) के तहत सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। दोषियों की संपत्ति को जब्त कर नीलाम किया जाएगा और मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा। वही मजिस्ट्रेट ने जांच शुरू कर दी हैं। जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह के आदेश पर एडीएम प्रशासन ने मजिस्ट्रियल जांच शुरू कर दी हैं, 15 दिन में रिपोर्ट सौंपेंगे। जहरीली शराब पीने से 28 की मौत ।