पराये पुरुष से प्रेम प्रसंग में फंसी महिला ने अपने ही पति को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसकी मौत हो गई। उसने एक बार नहीं बल्कि कई बार हमला कर रातों-रात पति का काम तमाम कर दिया। पति को पहले नींद की ढेर सारी गोलियां दी गईं। मगर उसकी मौत नहीं हुई तो उसने शरीर में करंट लगाया। फिर भी वह बच गया,फिर उसने मुंह में कपड़ा भरकर हाथ-पैर बांध दिए। ईंट से सिर पर वार किया नहीं मरा तो अंत में गला ही दबा दिया। यह सारी घटना 6 जून की है लेकिन राज अब खुला है।
दरअसल, हरियाणा के सिरसा स्थित रानिया तहसील के सादेवाला
गांव के महेंद्र कुम्हार की बज्जू में मौत हो गई थी. बताया गया कि
उनकी आकस्मिक मृत्यु हो गई। तभी उसके साले भी घर आये हुए
थे। सिरसा में रहने वाले महेंद्र के परिजन पहुंचते ही सबसे पहले
अंतिम संस्कार कर दिया।
छह जून को सुनीता के भाई से मिलने आए थे। उसी दिन मौका देखकर सुनीता और निहाल सिंह ने महेंद्र को मारने की योजना बनाई। रात में सभी को शराब परोसी गई। सभी को नींद की गोलियां दी गईं। जब सभी बेहोश हो गए तो उसने महेंद्र के हाथ-पैर बांधकर उसकी हत्या कर दी। उसे करंट भी लगाया। उसकी मौत नहीं हुई तो उसके सिर पर ईंट से वार किया गया। फिर उसका गला दबा दिया। ईंट के वार से जब खून निकला तो पास के होद से लगा दिया गया। सुबह बताया गया कि उसकी मौत होद में गिरने से हुई है। बिना पोस्टमॉर्टम किए उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
परिजन महेंद्र की पत्नी को लेकर गांव गए थे। वहां कड़ी पूछताछ करने पर पता चला कि महेंद्र की मौत बिजली का करंट लगने या टंकी में गिरने से नहीं हुई थी, बल्कि उसकी हत्या की गई थी. इस पर महेंद्र के परिजन वापस बज्जू आए और मामला दर्ज कराया। तब आरोप लगाया गया था कि पड़ोस में रहने वाले निहाल सिंह ने हत्या की है। पूछताछ करने पर परिजनों के होश उड़ गए। पता चला कि इस साजिश में न केवल निहाल सिंह बल्कि मृतक महेंद्र की पत्नी भी शामिल थी। उसे मारने के लिए बकायदा योजना तैयार की गई थी।
सुनीता दो बच्चों की मां है। उसकी एक बेटी चार साल की है जबकि दूसरा बेटा सात साल का है। पति को मारने के बाद निहाल सिंह से शादी करना चाहती थी। निहाल सिंह पास के खेत में ही काम करता था। दोनों के बीच लंबे समय से अफेयर चल रहा था।