रायबरेली – पीडित की मां कहा पहले मेरी बेटी का रेप किया, फिर पति का कत्ल किया और देवर को जेल भिजवा दिया। इससे भी चैन नहीं मिला तो अब मेरी बेटी को मारने की कोशिश की गई। वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। मुझे उससे मिलने तक नहीं दिया जा रहा। ये सब भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के इशारे पर हो रहा है। सोमवार सुबह से ही केजीएमयू का ट्रामा सेंटर राजनीति का अड्डा बना हुआ है। कई नेताओं ने मां को पीड़िता की लड़ाई लड़ने का भरोसा दिया।
कार और ट्रक की टक्कर में जख्मी पीड़ित लड़की लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर है। उसकी मां कहती हैं कि डॉक्टर बाहर से दवाएं मंगा रहे हैं। अगर अच्छा इलाज नहीं मिला तो बेटी जी नहीं पाएगी। घर से लाशें तब तक नहीं उठेंगी जब तक मेरे देवर महेश सिंह को जमानत पर छोड़ा नहीं जाएगा। मैं अकेली हूं बच्चों को कैसे संभालूंगी। हमें केस वापस लेने के लिए जान से मारने की धमकी दी जाती है।
दुष्कर्म पीड़िता के साथ हुए हादसे में उसकी चाची की मौत हो गई। ट्रामा सेंटर पहुंची चचेरी बहन के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे। उसने घटना के लिए विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को जिम्मेदार ठहराया। उसने कहा कि सेंगर ने मेरी बहन की जिंदगी बर्बाद की और अब मेरी मां को भी मार डाला। उसने बताया कि पीड़िता की हालत काफी नाजुक है।
दुर्घटना को इतना समय बीत जाने के बाद भी पुलिस विधायक पर अपना रूख साफ नहीं कर पायी है कि इस हादसे में उनका हाथ है या नहीं.. वही पीडित परिवार को केस वापस लेने के लिए धमकाया गया कई बार तो सुरक्षाकर्मियों के सामने धमकाया गया। लेकिन यूपी की पुलिस और अधिकारी इस पर कोई कारवाई नहीं कर पाये।
रायबरेली में उन्नाव की रेप पीड़िता की कार में टक्कर मारने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार देर रात सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी। इस संबंध में केन्द्र सरकार को औपचारिक पत्र भेज दिया गया है। उन्नाव रेप पीड़िता की कार में ट्रक की टक्कर लगने के मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत 10 लोगों के खिलाफ हत्या, जानलेवा हमला और साजिश का मुकदमा दर्ज कराया गया है। कुलदीप सेंगर दुष्कर्म कांड में आरोपी भी हैं।