जिले के थानागाजी इलाके से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। पति के सामने ही उसकी पत्नी से पांच वहशी दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। इस घटना का उन दरिंदों ने वीडिया बनाकर वायरल कर दिया। अभी तक आरोपी पुलिस की पकड से दूर हैं। पुलिस की इस मामले में संदिग्ध भूमिका सामने आई। इस मामले का पुलिस ने चार दिन तक दबाए रखा। अब पुलिस जगह-जगह आरोपियों को पकड़ने के लिए दबीश दे रही हैं।पीडिता ने रिपोर्ट में बताया
कि 26 अप्रेल को दोपहर तीन बजे पति के साथ बाइक से गांव लालवाडी से तालवृक्ष जा रही थी। इस दौरान थानागाजी-अलवर बाई पास रोड पर दुहार चौगान वाले रास्ते में पांच युवकों ने उनकी बाइक के आगे दो बाइक लगा दी और रोक लिया। उन आराेपियों ने पति के साथ मारपीट की। इसके बाद जबरदस्ती ले जाकर पति के सामने युवती के साथ पांचों आरोपियों ने बलात्कार किया और वीडियो भी बना लिया। आरोपियों ने धमकी दी कि इस घटना के बारे में किसी को बताया तो वीडियो वायरल कर देंगे।
अलवर जिले के थानागाजी इलाके में एक विवाहिता के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इस्तीफा मांगा है।
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता में उन्होंने थानागाजी सामूहिक दुष्कर्म कांड को राजनीतिक षडयंत्र बताया और आरोप लगाया कि गहलोत सरकार ने जानबूझकर चुनाव के चलते यह मामला दबाकर रखा। सैनी ने कहा कि गृह विभाग मुख्यमंत्री के पास है और मुख्यमंत्री तरफ से कोई भी स्पष्टीकरण इस घटना को लेकर जारी नहीं हुआ है । इसके चलते मुख्यमंत्री को अपनी जिम्मेदारी मानते हुए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने इस घटना की जांच के लिए पार्टी स्तर पर राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्षा सुमन शर्मा और वित्त आयोग की पूर्व अध्यक्ष ज्योतिकरण और सांसद रामकुमार वर्मा की कमेटी गठित की है। सैनी ने कहा कि यह दिल्ली के निर्भयाकांड जैसा विभत्स कांड है कि पति के सामने ही विवाहिता के साथ सामूहिक दुष्कर्म हो और उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया जाए।