डेस्क न्यूज़: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भागीरथी नदी के किनारे केदारघाट के पास आधे जले हुए शवों को खाते हुए कुत्तों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने वीडियो पर सवाल उठाए हैं और आरोप लगाया है कि यहां शवों का अंतिम संस्कार पूरे रीति-रिवाज से नहीं किया गया। लोगों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही से गंगा अपने ही घर में गंदी हो रही है।
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय स्थित मोक्ष घाट (केदारघाट) शवों के दाह संस्कार का मुख्य घाट है। जिसका एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ कुत्ते शव के अंगों को खाते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद यहां की नगर पालिका और जिला प्रशासन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। गंगा विचार मंच के प्रदेश संयोजक लोकेंद्र बिष्ट का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की घटना सामने आई है।
कई लोगों ने आनन-फानन में शव का अंतिम संस्कार कर नदी में बहा दिया। जिससे ऐसी अमानवीय घटना सामने आती है। उन्होंने जिला प्रशासन से केदार घाट पर होने वाले अंतिम संस्कार की निगरानी में साफ-सफाई की व्यवस्था करने की मांग की।
साथ ही विद्युत शवदाह गृह की व्यवस्था करने की भी मांग की। इधर, एसडीएम देवेंद्र नेगी ने बताया कि यह घटना एक सप्ताह पहले की है। जिसके बाद नगर पालिका द्वारा घाट की सफाई पर नजर रखी जा रही है। वहीं नगर पालिका अध्यक्ष रमेश सेमवाल का कहना है कि घाट पर कुत्तों द्वारा शवों को घेरने का मामला सामने आया था। घाट पर निगरानी के लिए एक व्यक्ति को तैनात किया गया है।