न्यूज़- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि वह कोरोना वायरस महामारी के टीके को अमेरिका में लाने के लिए चीन के साथ काम करने के इच्छुक हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प का मानना है कि तनावों के बाद भी वह चीन या किसी अन्य देश के साथ वैक्सीन पर काम करना चाहते हैं। आपको बता दें कि कोरोना का अमेरिका पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है। यहां महामारी के कारण 144,953 लोगों की मौत हुई है, जबकि 4,028,569 लोग संक्रमित हुए हैं।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने यह बात तब कही जब उनसे पूछा गया कि क्या उनका प्रशासन अमेरिकी नागरिकों के लिए वैक्सीन पर चीन या किसी अन्य देश के साथ काम करेगा? इस पर उन्होंने जवाब दिया, 'हम किसी के साथ भी काम करने को तैयार हैं जो हमें अच्छे परिणाम दे सके।'ट्रंप की तरफ से यह बयान तब आया है जब रिसर्चर्स ने कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि चीन की कैनसिनो बायोलॉजिक्स इंक और चीन की मिलिट्री रिसर्च यूनिट द्वारा एक सुरक्षित कोरोना वायरस वैक्सीन विकसित किया गया है। इस वैक्सीन के इम्यून रेस्पॉन्स पर अध्ययन जारी है। कैनसिनो कैंडीडेड कुछ चुनिंदा टीकों का हिस्सा है, जिन्होंने शुरुआती मानव परीक्षणों में बेहतर परिणाम दिए हैं।
अमेरिका की मॉडेरना इंक और जर्मनी की बायोनटेक वैक्सीन के विकास पर अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर के साथ मिलकर काम कर रही हैं। ट्रम्प का बयान भी आश्चर्यजनक है क्योंकि वह चीन पर कोरोना वायरस की महामारी पर दुनिया को धोखा देने का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि वायरस की उत्पत्ति चीन के वुहान से हुई थी, लेकिन चीन की सरकार ने पूरी दुनिया को इससे अलग रखा। वैक्सीन पर, ट्रम्प ने कहा कि जल्द ही अच्छे परिणाम आ रहे हैं और परीक्षण चल रहा है। अगर देखे ,तो किसी ने नहीं सोचा था कि यह संभव होगा।
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