राजस्थान में जिस तरीके से राजनीती में कई बड़ी अटकले बनी हुई है उससे देख कर लगता है की कही ना कही राजनीती गलियारों में भी हल चल कैबिनेट में सीट पाने की कयास हर नेता की तरफ से, लगाई जा रही है। लेकिन संगठन को लेकर अब नरेटिव बदलने की शुरुआत हो गई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने सचिन पायलट को लेकर जिस तरह के जेस्चर्स दिए हैं, उससे कांग्रेस के हलकों में नए सियासी समीकरण बनने का संकेत माना जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में राजीव गांधी के जीवन पर आधारित वीडियो रिलीज करने के मौके पर जिस तरह कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सचिन पायलट को महत्व दिया वह बदलते समीकरणों की तरफ इशारा कर रहा है।
राजीव गांधी के जीवन पर आधारित शॉर्ट वीडियो फिल्म को डोटासरा ने सचिन पायलट से जारी करवाया। इसके बाद पायलट, डोटासरा और सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी को मिलाकर तीनों नेता मंच पर बैठे। डोटासरा ने जिस तरह सचिन पायलट को अहमियत दी, उसे कांग्रेस के जानकार स्वाभाविक नहीं मान रहे, इसे भावी सियासी समीकरणों की आहट के तौर पर देखा जा रहा है।
सचिन पायलट के करीबियों के मुताबिक वे अब एक सधे सब सधे थ्योरी पर काम कर रहे हैं। बताया जाता है कि पायलट ने अब मंत्रिमंडल विस्तार पर सियासी गुणाभाग के आधार पर ज्यादा रुचि लेना छोड़ दिया है। पायलट कैंप के वरिष्ठ नेता भी मान रहे हैं कि जो भी मंत्री बनेगा वह मुख्यमंत्री को रिपोर्ट तो करेगा ही खेमा भी बदल लेगा। इसलिए पायलट का सियासी नरेटिव बदला हुआ दिख रहा है।