डेस्क न्यूज़- धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति का माहौल है, जो पाकिस्तान को रास नहीं आ रहा है, जिससे आए दिन उसकी ओर से नापाक हरकत की जा रही है, इस हफ्ते जम्मू वायु सेना स्टेशन पर दो विस्फोट हुए, जिसमें ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, इसके बाद ड्रोन को अब अंतरराष्ट्रीय सीमा के अरनिया सेक्टर में देखा गया, हालांकि सीमा सुरक्षा बल के सतर्क जवानों ने उसका पीछा किया।
बीएसएफ के मुताबिक शुक्रवार सुबह 4.25 बजे अंतरराष्ट्रीय सीमा के अरनिया सेक्टर में ड्रोन गतिविधि देखी गई, ड्रोन के भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करते ही बीएसएफ के जवानों ने उस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसकी वजह से उन्हें वापस पाकिस्तान की सीमा पर जाना पड़ा, बीएसएफ के मुताबिक सीमा के इस तरफ निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा था, लेकिन उनके जवान इसे लेकर पहले से ही सतर्क थे, जिसकी वजह से वह ज्यादा देर टिक नहीं पाए।
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ कोई नई बात नहीं है, सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान भारतीय सीमा में सैनिकों की स्थिति जानने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करता है, यदि गश्त, चौकी और सैनिकों की आवाजाही उसके पास उपलब्ध होती, तो आतंकवादियों और तस्करों के लिए घुसपैठ करना आसान हो जाता, वैसे यह पहली बार नहीं है, इससे पहले कई बार बीएसएफ ने पाकिस्तान के कई ड्रोन को मार गिराया है।
हाल ही में जम्मू वायुसेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में दो धमाके हुए थे, आशंका जताई जा रही है कि दोनों धमाकों में ड्रोन से पेलोड गिराया गया था, ऐसे में देश में यह पहला मामला है, जहां आतंकियों ने ब्लास्ट के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया, हालांकि इस हमले में दो जवान मामूली रूप से घायल हो गए, जबकि इमारत की एक छत को मामूली नुकसान पहुंचा है।