कोरोना के चलते श्रीनगर के ट्यूलिप गार्डन को निहारने कोई नहीं आ रहा

कोरोना के चलते श्रीनगर के ट्यूलिप गार्डन को निहारने कोई नहीं आ रहा
कोरोना के चलते श्रीनगर के ट्यूलिप गार्डन को निहारने कोई नहीं आ रहा

न्यूज – एशिया के सबसे बड़े श्रीनगर के इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन में फूलों का मौसम आ गया है। जबरवान पहाड़ियों के मुहाने पर 30 एकड़ में बने इस खूबसूरत गार्डन में इस बार 55 वैरायटी के 13 लाख ट्यूलिप खिले हैं। कोरोना संकट के चलते इस बार गार्डन में फूल देखने कोई नहीं आएगा। लिहाजा पार्क सूना पड़ा है।

इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन, श्रीनगर शहर से 8 किमी. की दूरी पर स्थित है। डल झील के किनारे जबरवान पहाडि़यों की चोटियों पर स्थित इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन बेहद आकर्षक और लुभावना है। हर साल 7 दिन तक यहां ट्यूलिप समारोह चलता है जिसमें 70 किस्‍मों से ज्‍यादा ट्यूलिप देखने को मिलते हैं।  यह गार्डन, श्रीनगर के कई बगीचों में से फेमस बगीचा है।

एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन को स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए तैयार किया जाता रहा है। ट्यूलिप गार्डेन को वर्ष 2008 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उद्घाटन किया था। उस समय ग़ुलाम नबी आजाद मुख्यमंत्री थे। ट्यूलिप गार्डेन को पहले सिराज बाग के नाम से भी जाना जाता था।.यह बाग जबरवन पहाड़ियों के दामन में मुगल बाग चश्माशाही के नजदीक स्थित है। पर्यटकों और स्थानीय लोगों में प्रसिद्ध इस बाग में लाखों ट्यूलिप के फूल खिलते हैं।

फिल्मों और टीवी सिरियल्स की भी शूटिंग के लिए यह प्रसिद्ध है।  मार्च-अप्रैल में केवल 15 से 20 दिन के लिए खुलने वाले इस बाग में लाखों लोग आते हैं।

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