प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में चार मेडिकल कॉलेजों के शिलान्यास समारोह में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जमकर तारीफ की। पीएम मोदी ने कहा, 'मैं राजस्थान के मुख्यमंत्री को सुन रहा था, कामों की लंबी लिस्ट बताई। मुझ पर इतना भरोसा करने के लिए मैं राजस्थान के मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं। लोकतंत्र में यही सबसे बड़ी शक्ति है।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अशोक जी की राजनीतिक विचारधारा और पार्टी अलग है। मेरी राजनीतिक विचारधारा व पार्टी अलग है, लेकिन उन्होंने मुझ पर जो भरोसा किया है, उसकी वजह से उन्होंने कई बातें खुलकर रखी हैं। ये दोस्ती, ये भरोसा, ये भरोसा ही लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, देश की चिकित्सा व्यवस्था का क्या हाल था। 2001 में, जब वे गुजरात के सीएम बने, तब चिकित्सा सुविधाओं की स्थिति बहुत चुनौतीपूर्ण थी। हमने चुनौती स्वीकार की और साथ में हमने स्थिति को बदलने की कोशिश की। दो दशकों के अथक प्रयासों से गुजरात ने मेडिकल सीटों की संख्या में छह गुना वृद्धि की है। पिछले छह वर्षों में मैंने चिकित्सा संबंधी कमियों को दूर करने का प्रयास किया जो मैंने मुख्यमंत्री के रूप में देखी थी।
मेडिकल राज्य का विषय है, लेकिन जब से मैं सीएम हूं, मैं राज्यों की समस्याओं को जानता हूं। इसलिए केंद्रीय स्तर पर कुछ भी हो सकता है। हमने इसके लिए एक नई स्वास्थ्य नीति बनाई है, जो दवा पर राष्ट्रीय दृष्टिकोण के तहत काम कर रही है। राजस्थान के साढ़े तीन लाख लोगों का मुफ्त इलाज किया जा चुका है। 2500 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर ने काम करना शुरू कर दिया है। सरकार का जोर प्रिवेंटिव हेल्थ पर है। मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर की धीमी गति एक समस्या रही है। एम्स, स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों के नेटवर्क को तेजी से फैलाना जरूरी है। 100 से अधिक नए मेडिकल कॉलेजों पर काम जोरों पर चल रहा है। आज 1.40 लाख मेडिकल सीटें हैं। राजस्थान में सीटों की संख्या दोगुनी से ज्यादा बढ़ गई है। पीजी की सीटें 1000 से बढ़कर 2100 तक पहुंच रही हैं।
पीएम ने कहा कि पहले मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया पर कैसे – कैसे आरोप लगाए जा रहे थे। इसका चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता पर व्यापक प्रभाव पड़ा। हर सरकार ने इसे बदलने के बारे में सोचा, लेकिन नहीं कर पाई। मुझे भी इसे सुधारने में काफी परेशानी हुई। इसे ठीक करने में अब नेशनल मेडिकल एजुकेशन कमिशन बना दिया है। दशकों पुरानी चिकित्सा शिक्षा प्रणाली में सुधार आवश्यक थे। तीन-चार दिन पहले शुरू हुए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से काफी फायदा होगा। मरीजों के लिए अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को बनाए रखना आसान होगा।
पीएम ने कहा कि सभी को 88 करोड़ से अधिक मुफ्त वैक्सीन की डोज़ लगाई जा चुकी है। राजस्थान में 5 करोड़ से ज्यादा डोज ली जा चुकी है। हमें चिकित्सा क्षमता बढ़ाने की जरूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए अंग्रेजी में चिकित्सा और इंजीनियरिंग की पढ़ाई एक बड़ी बाधा थी। अब मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में भी की जा सकेगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में हमने हिंदी और भारतीय भाषाओं में चिकित्सा के अध्ययन का प्रावधान किया है। गांव के एक आम आदमी का बेटा-बेटी, जो अंग्रेजी स्कूल में नहीं पढ़ता है, डॉक्टर बन सकता है, इसके लिए प्रावधान किया गया है। इसलिए ओबीसी और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को मेडिकल में आरक्षण दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजस्थान के बांसवाड़ा, सिरोही, हनुमानगढ़ और दौसा जिलों में चार नए मेडिकल कॉलेजों की आधारशिला रखी। मोदी ने सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इन कॉलेजों का शिलान्यास किया। साथ ही CIPET इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल टेक्नोलॉजी, जयपुर (CIPET) का उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया भी वीडियो कांफ्रेंसिंग में मौजूद रहे।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन मेडिकल कॉलेजों को केंद्र प्रायोजित योजना के तहत मंजूरी दी गई है। भारत सरकार ने मेडिकल कॉलेज स्थापित करने में पिछड़े और वंचित जिलों को प्राथमिकता दी है। इस योजना के तहत देश भर में तीन चरणों में 157 नए मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी गई है। वहीं, भारत सरकार ने राजस्थान सरकार के सहयोग से जयपुर के सीतापुरा में सिपेट पेट्रोकेमिकल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की स्थापना की है। यह एक स्वायत्त संस्था है, जो की पेट्रोकेमिकल और संबद्ध उद्योगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए काम करेगी । यह संस्थान युवाओं को कुशल तकनीकी पेशेवर बनने के लिए शिक्षा प्रदान करेगा।