आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे कुमार विश्वास द्वारा अरविंद केजरीवाल पर लगाए गए आरोपों ने तूल पकड़ लिया है। दरअसल, कवि कुमार विश्वास ने आरोप लगाया था कि केजरीवाल 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के लिए अलगाववादी तत्वों का समर्थन लेने के लिए तैयार थे। इस ममले पर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री मोदी से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
कुमार विश्वास ने यह दावा भी किया कि, केजरीवाल ने यहां तक कह दिया था कि 'वह या तो पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे या एक स्वतंत्र राष्ट्र के पहले प्रधानमंत्री।' कवि कुमार विश्वास ने यह बात समाचार एजेंसी एएनआई को बताई थी। आपको बता दें कि, गुरुवार को पंजाब के अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी ने एक विवादित पत्र जारी कर मीडिया घरानों, राजनीतिक दलों और उनके प्रतिनिधियों को कुमार विश्वास का साक्षात्कार प्रकाशित करने से रोक दिया। हालांकि, पत्र को मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जल्द ही वापस ले लिया।
अब इस मामले में पंजाब के सीएम चन्नी ने पीएम मोदी से कुमार विश्वास द्वारा किए गए दावों की निष्पक्ष जांच का आदेश देने का अनुरोध किया और कहा कि, पंजाब के लोगों ने अलगाववाद की भारी कीमत चुकाई है। उन्होंने कहा, "पंजाब के सीएम के रूप में, मैं माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी से कुमार विश्वास जी के वीडियो के मामले में निष्पक्ष जांच का आदेश देने का अनुरोध करता हूं।' उन्होंने पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी के पत्र को साझा करते हुए ट्वीट के जरिए यह अनुरोध किया।
इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने भी इसे केजरीवाल को बदनाम करने की कोशिश करार दिया। उन्होंने कहा, 'पंजाब में आप को सरकार बनाने से रोकने के लिए सभी दल एक साथ आए। साजिश के तहत कांग्रेस, बीजेपी और अकाली नेता लगातार झूठे बयान दे रहे हैं और अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने के लिए दुष्प्रचार कर रहे हैं।
Like Follow us on :- Twitter | Facebook | Instagram | YouTube