उत्तर प्रदेश में जारी चुनावी जंग में सभी पार्टियां अलग अलग रणनीतियों से अपने मत साधने की कोशिश कर रही हैं। वहीं, बीजेपी विभिन्न सामाजिक समुदायों से संपर्क बनाने के साथ - साथ महिलाओं से अलग संवाद बनाए हुए है। बता दें कि, चुनाव में अपनी जीत के लिए बीजेपी ने अपनी प्रमुख महिला नेताओं के अलावा अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में महिला नेताओं और कार्यकर्ताओं को इस अभियान में लामबंद किया है।
महिला नेताओं के मोर्चे में केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे लखनऊ और आसपास के इलाकों में सक्रिय हैं। वह अब तक महिलाओं के बीच सैकड़ों कार्यक्रम भी कर चुकी हैं। दरअसल, बीजेपी का प्रयास विभिन्न सामाजिक वर्गों को अपने साथ जोड़ने का तो है ही, साथ ही पार्टी जाति और धर्म के अलावा देश की आधी आबादी की जरूरतों और समस्याओं को दूर कर उन्हें अपने साथ खड़ा करने का प्रयास भी कर रही है। पार्टी को इस महिला जनसंपर्क अभियान से काफी सफलता भी मिली है। अब पार्टी को उम्मीद है कि, इस चुनाव में बड़ी संख्या में महिला मतदाता उनके साथ आएंगे, भले ही उनके परिवार के अन्य सदस्य किसी अलग पार्टी और उम्मीदवार को वोट दें।
गौरतलब है कि, उत्तराखंड में बीजेपी ने महिला नेता लॉकेट चटर्जी को सह-प्रभारी के तौर पर मोर्चे पर रखा था। हाल के चुनावी आंकड़ों पर नज़र डालें तो, उत्तराखंड में महिलाओं के मतदान में करीब पांच फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, अगर उत्तर प्रदेश में भी महिला वोटर ज्यादा निकलते हैं और बीजेपी के इस अभियान पर असर पड़ता है तो पार्टी को काफी फायदा होने की संभावना है।