डेस्क न्यूज़- अगले साल 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं। पार्टियों ने चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी है। पार्टियां अपनी टैग लाइन भी जारी कर रही हैं। वही समाजवादी पार्टी ने अपनी टैग लाइन 'नई हवा है, नया सपना है' बनाई है। इसके साथ ही पार्टी ने अपने एम-वाई फॉर्मूले को भी एक नया अर्थ दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि नई सपा में एम-वाई (मुस्लिम-यादव) के मायने बदल गए हैं। उन्होंने कहा कि M का अर्थ है महिला और Y का अर्थ है युवा। अब हम मुद्दों को व्यापक परिप्रेक्ष्य में ले रहे हैं, जातिवाद से बंधे नहीं हैं।
समाजवादी पार्टी, जाहिर तौर पर, जाति की सीमाओं से ऊपर उठकर महिलाओं और युवाओं को एक समुदाय के रूप में संबोधित करना चाहती है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने किसानों के मुद्दों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया है और युवाओं को रोजगार से वंचित किया है। वही सपा प्रमुख ने कहा कि ये सभी मुद्दे आगामी यूपी विधानसभा चुनाव में उनके चुनावी मुद्दे होंगे।
महिलाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों ने साबित कर दिया कि वे इस शासन के तहत सुरक्षित नहीं हैं। अखिलेश ने कहा, 'हमने महिलाओं की मदद के लिए एक हेल्पलाइन शुरू की थी. इस सरकार ने इसे निष्प्रभावी कर दिया। महिलाओं के बारे में सब कुछ कागजों पर होता है, हकीकत में नहीं। उन्होंने दावा किया कि लोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार से निराश हैं और सपा को फिर से सत्ता में लाएंगे।
अखिलेश ने कहा, पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की विचारधारा और नई रणनीतियों से सपा सरकार बनाएगी।' उन्होंने अपनी पार्टी पर भाई-भतीजावाद के आरोपों का खंडन किया और कहा कि सपा के पास हमेशा हर मेहनती, समाजवादी और उत्साही कार्यकर्ता के लिए जगह है। साथ ही कहा कि "भाजपा को अपने कार्यकर्ताओं के लिए कोई सम्मान नहीं है। जिन्होंने पार्टी के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है, उन्हें दरकिनार कर दिया गया है, जबकि बारी-बारी से उन्हें मंत्री बनाकर पुरस्कृत किया गया है।
अपने चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (पीएसपीएल) के प्रमुख शिवपाल यादव के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक ही विचारधारा वाले सभी दलों के साथ गठबंधन संभव है, लेकिन सपा बड़ी पार्टियों से हाथ नहीं मिलाएगी क्योंकि उनके साथ अनुभव बहुत अच्छा नहीं रहा। उन्होंने आगे कहा कि सपा शासन के दौरान रणनीतिक विकास कार्यों का श्रेय भाजपा ले रही है।