सिद्धार्थ का आखिरी सफर: सिद्धार्थ शुक्ला के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए सेलिब्रेशन स्पोर्ट्स क्लब में रखा जाएगा, ओशिवारा में होगा अंतिम संस्कार

सिद्धार्थ के पार्थिव शरीर को शुक्रवार को उनके अंतिम दर्शन के लिए मुंबई के सेलिब्रेशन स्पोर्ट्स क्लब में रखा जाएगा। उनका अंतिम संस्कार सुबह 10 बजे ओशिवारा श्मशान घाट में किया जाएगा।
सिद्धार्थ का आखिरी सफर: सिद्धार्थ शुक्ला के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए सेलिब्रेशन स्पोर्ट्स क्लब में रखा जाएगा, ओशिवारा में होगा अंतिम संस्कार

डेस्क न्यूज़- बिग बॉस-13 के विनर सिद्धार्थ शुक्ला का गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 40 साल के थे। सिद्धार्थ के पार्थिव शरीर को शुक्रवार को उनके अंतिम दर्शन के लिए मुंबई के सेलिब्रेशन स्पोर्ट्स क्लब में रखा जाएगा। उनका अंतिम संस्कार सुबह 10 बजे ओशिवारा श्मशान घाट में किया जाएगा।

मौत से पहले की रात?

सिद्धार्थ की तबीयत बिगड़ने पर फैमिली डॉक्टर को बुलाया गया, जो सुबह करीब 8 बजे पहुंचे। इसके बाद उन्होंने सिद्धार्थ को अस्पताल ले जाने की सलाह दी। सिद्धार्थ को उनकी बहन प्रीति और जीजा "कूपर अस्पताल" ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सिद्धार्थ जब घर में बेहोश थे तो शहनाज भी वहां मौजूद थीं।

उनकी मृत्यु से ठीक एक दिन पहले सिद्धार्थ शुक्ला की हरकत सामान्य दिनों से अलग थी। वह अक्सर अपनी मां के साथ घर पर खाना खाता था। बुधवार की रात भी उसने ऐसा नहीं किया। बस छाछ पिएं और कुछ फल खाएं। फिर तीन घंटे टीवी और मोबाइल पर शो देखें। दोपहर 2.30 बजे मां से पानी मांगा और पानी पीकर सो गई। सुबह साढ़े सात बजे उसकी मां ने उसे कमरे में पीठ के बल सोता पाया। सिद्धार्थ अक्सर उनकी तरफ ही सोते थे। कुछ देर बाद अजीब सा महसूस हुआ तो मां ने डॉक्टर को बुलाया।

ब्रह्माकुमारीज़ संस्था से जुड़े थे सिद्धार्थ

सिद्धार्थ शुक्ला नशे के आदी थे, इससे उबरने के लिए वह रिहैब सेंटर भी गए थे। इन सभी आरोपों को उनके फिटनेस ट्रेनर सोनू चौरसिया ने खारिज किया है। सोनू ने कहा- मैंने सिद्धार्थ को कभी ड्रग्स लेते नहीं देखा। वह पार्टियों में थोड़ा पीता था, लेकिन ज्यादा शराब नहीं पीता था। फिट रहने के तरीके पर हमेशा मेरे साथ बातचीत होती थी। सच कहूं तो वे रिहैब में नहीं थे, बल्कि ब्रह्माकुमारीज संस्था से जुड़े थे।

संसार से हो रहा था मोहभंग

सिद्धार्थ शुक्ला बचपन से ही अपनी मां के साथ ब्रह्मा कुमारी सेंटर जाया करते थे। उनका बचपन से ही सांसारिक चीजों से मोहभंग हो गया था। जहां वह अब अपना नया घर बना रहे थे, वहां एक विशाल ध्यान कक्ष भी बनाया जाना था। इस बात की पुष्टि मुंबई के विले पार्ले सेंटर की ब्रह्मा कुमारी तपस्विनी बहन ने की।

Related Stories

No stories found.
logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com