न्यूज – युएन में जलवायु परिवर्तन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से पहले स्वीडन की 16 साल की ग्रेटा थनबर्ग काफी च्रचित हो गया हो गया। पर्यावरण ऐक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग का भाषण सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। जलवायु परिवर्तन पर सोमवार को संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन को संबोधित किया।
ग्रेटा थनबर्ग शुरू से ही गुस्से में नजर आयी ग्रेटा ने विश्व के नेताओं पर ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन से निपटने में नाकाम हो कर अपनी पीढ़ी से धोखा करने का आरोप लगाया। 16 साल की ग्रेटा ने कहा कि #HowDareYou "आपने ऐसा करने की हिम्मत कैसे की?
दरअसल जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने में दुनिया की असफलता के खिलाफ युवा चेहरा बनी ग्रेटा थनबर्ग ने अपने भाषण की शुरूआत इसी शब्द से की #HowDareYou
ग्रेट्रा ने कहा कि, "हमारा यह संदेश है कि हम आपको देख रहे हैं। इस पर समिट में ठहाके गूंज उठे। हालांकि, जल्द ही दुनिया के नेताओं को पता चल गया कि जो कहना चाह रही वो कितना गंभीर है,
ग्रेटा ने कहा, "यह पूरी तरह से गलत है। मुझे यहां नहीं होना चाहिए था। मुझे समुंद्र पार स्कूल में होना चाहिए था। उन्होंने अपनी पढ़ाई से एक साल का छुट्टी ले रखी है। "हम युवा लोग आपके पास यहां उम्मीद के साथ आए हैं।
उन्होंने नेताओं से कहा, "आपने अपनी खोखली बातों से मेरे सपने और बचपन छीन लिये, फिर भी मैं खुशकिस्मत लोगों में शामिल हैं। लोग त्रस्त हैं, लोग मर रहे हैं, पूरा इकों सिस्टम ध्वस्त हो रहा है।
ग्रेटा ने कहा कि "हम सब विलुप्ति होने की कगार पर हैं और आप सिर्फ पैसों के बारे और आर्थिक विकास के बारे में बातें करते है।
उन्होंने कहा कि नेताओं के साथ उनकी बातचीत में उन्हें बताया गया कि युवाओं की सुनी जा रही है और उन्हें समझा जा रहा है। उन्होंने कहा, "लेकिन मैं कितनी दुखी और गुस्से में हूं… क्योंकि क्या आपने सचमुच में हालात को समझा है, मुझे इस पर यकीन नहीं होता।
ग्रेटा थनबर्ग ने कहा, "आप लोग हमें निराश कर रहे हैं। लेकिन युवाओं ने आपके विश्वासघात को समझना शुरू कर दिया है। भविष्य की पीढ़ियों की नजरें आप पर हैं और यदि आप हमें निराश करेंगे तो मैं कहूंगी कि हम आपको कभी माफ नहीं करेंगे।"