राजस्थान में इस साल नौतपा का असर पिछले 3 साल की तुलना में थोड़ा कम रहा, अरब सागर में सिस्टम बनने से मानसून के भी जल्द आने के आसार

राजस्थान में इस साल नौतपा का असर पिछले 3 साल की तुलना में थोड़ा कम रहा। इसके पीछे कारण प्रदेश में बन रहा साइक्लोनिक सिस्टम रहा, जिसके कारण मौसम में बदलाव हुआ और बारिश के आसार बने। वहीं, इससे पहले आए चक्रवाती तूफान ताऊ ते के प्रभाव के कारण भी तापमान थोड़ा कम रहा
राजस्थान में इस साल नौतपा का असर पिछले 3 साल की तुलना में थोड़ा कम रहा, अरब सागर में सिस्टम बनने से मानसून के भी जल्द आने के आसार

राजस्थान में इस साल नौतपा का असर पिछले 3 साल की तुलना में थोड़ा कम रहा। इसके पीछे कारण प्रदेश में बन रहा साइक्लोनिक सिस्टम रहा, जिसके कारण मौसम में बदलाव हुआ और बारिश के आसार बने। वहीं, इससे पहले आए चक्रवाती तूफान ताऊ ते के प्रभाव के कारण भी तापमान थोड़ा कम रहा।

राजस्थान में इस साल नौतपा का असर पिछले 3 साल की तुलना में थोड़ा कम रहा

मौसम विभाग से मिले डेटा को देखें तो पिछले 3 साल जयपुर में मई के

आखिरी सप्ताह में अधिकतम तापमान 44-45 डिग्री के आस-पास रहा, जो

इस बार 40 से 43 डिग्री सेल्सियस के बीच है। वहीं, मौसम विभाग ने इस बार

समय से पहले मानसून आने के संकेत दिए हैं।

बारिश के कारण भले ही तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं हुई, लेकिन बढ़ोतरी भी नहीं हुई

प्रदेश के मौसम की बात करें तो मौजूदा बीते दो दिनों से अलग-अलग हिस्सों में बारिश हो रही है।

बारिश के कारण भले ही तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं हुई, लेकिन बढ़ोतरी भी नहीं हुई।

शुक्रवार को प्रदेश के 8 शहरों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज हुआ।

इसमें सबसे ज्यादा तापमान गंगानगर में 47.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा।

मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादल छाने और तेज हवा चलने के साथ-साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि आगामी 2 जून तक प्रदेश के जयपुर, भरतपुर, उदयपुर, बीकानेर और कोटा संभाग के कई जिलों में बादल छाने, तेज आंधी चलने और कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना जताई है।

साल 2020 में नौतपा के दौरान सबसे अधिक तापमान चूरू में 50 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था

साल 2020 में नौतपा के दौरान सबसे अधिक तापमान चूरू में 50 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। इसके अलावा साल 2019 में मई के ही अंतिम सप्ताह में गंगानगर में 49 और चूरू में 48.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। वहीं 2018 में चूरू, गंगानगर में तापमान 47-48 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज हुआ। इस साल गंगानगर में अधिकतम तापमान 47.3 डिग्री दर्ज हुआ, जबकि चूरू 46.6 अभी तक सबसे ज्यादा तापमान नौतपा में दर्ज हुआ। जयपुर की बात करें तो 2018, 2019 और 2020 में नौतपा के दौरान मई में सबसे अधिक तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो इस बार अब तक 43 डिग्री से ऊपर नहीं पहुंचा है।

मौसम विभाग ने इस बार मानसून के समय से पहले आने की संभावना जताई है

मौसम विभाग ने इस बार मानसून के समय से पहले आने की संभावना जताई है। प्रदेश में दक्षिण-पश्चिमी मानसून जो अरब सागर से आता है वह 20 जून तक आने की संभावना जताई है। जबकि प्रदेश में अमूमन मानसून का प्रवेश जून के आखिरी सप्ताह में होता है। मौसम विज्ञान से जुड़े एक्सपर्ट की माने तो मौजूदा समय में जो सिस्टम बना हुआ है वह मानसून के अनुकूल है। अगर दक्षिण की ओर से आने वाली हाई प्रेशर हवाएं अगर धीमी पड़ जाती है तो मानसून के आने में देरी भी हो सकती है।

राजस्थान में आज के मौसम की बात करें तो शुक्रवार को हुई बारिश और आंधी के बाद भी लोगों को गर्मी कोई खास राहत नहीं मिली

राजस्थान में आज के मौसम की बात करें तो शुक्रवार को हुई बारिश और आंधी के बाद भी लोगों को गर्मी कोई खास राहत नहीं मिली। जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, भरतपुर सहित प्रदेश के सभी शहरों में आज मौसम पूरी तरह साफ रहा। जोधपुर, बीकानेर, चूरू, गंगानगर में रात का न्यूनतम तापमान भी 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज हुआ।

मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। आज भी अजमेर, कोटा और उदयपुर संभाग के कुछ एरिया में देर शाम तक हल्के बादल छाने के साथ तेज आंधी चलने की संभावना जताई है। वहीं बीकानेर, जोधपुर और जयपुर संभाग के कुछ एरिया में लू चलने की संभावना जताई है।

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