करनाल महापंचायत: करनाल में रात भर रुके किसान, जींद में खुले सभी हाईवे, जल्द होगा अगली रणनीति का ऐलान

करनाल में बीती रात से स्थिति सामान्य होने के बाद बुधवार सुबह किसानों ने जींद में सभी हाईवे खोल दिए। किसानों ने जींद-चंडीगढ़, हिसार-चंडीगढ़, जींद-करनाल और जींद-दिल्ली हाईवे को जाम कर दिया था। किसानों का कहना है कि करनाल से जैसे ही कोई आदेश आएगा, हरियाणा को ब्लॉक कर दिया जाएगा।
Photo | ANI
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डेस्क न्यूज़- करनाल में बीती रात से स्थिति सामान्य होने के बाद बुधवार सुबह किसानों ने जींद में सभी हाईवे खोल दिए। किसानों ने जींद-चंडीगढ़, हिसार-चंडीगढ़, जींद-करनाल और जींद-दिल्ली हाईवे को जाम कर दिया था। किसानों का कहना है कि करनाल से जैसे ही कोई आदेश आएगा, हरियाणा को ब्लॉक कर दिया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार किसानों को परेशान करने की गलती न करे। फिलहाल जींद में सभी मार्गों पर यातायात व्यवस्था दुरुस्त है।

सरकार ने पल-पल का लिया फीडबैक
सरकार ने पल-पल का लिया फीडबैक

सरकार ने पल-पल का लिया फीडबैक

किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में 28 अगस्त को करनाल में किसानों की महापंचायत हुई। इसके बाद प्रशासन से वार्ता विफल होने पर किसानों ने मिनी सचिवालय का घेराव किया। रात भर किसानों की हड़ताल जारी रही। कुछ समय बाद किसान नेता आगे की रणनीति बताएंगे। वहीं, मंगलवार को सरकार ने पूरे घटनाक्रम का पल-पल फीडबैक लिया। डीजीपी पीके अग्रवाल और एडीजीपी कानून व्यवस्था नवदीप सिंह विर्क मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज को तुरंत हर घटनाक्रम की जानकारी देते रहे। सुबह से रात तक चले घटनाक्रम पर सरकार की निगाहें टिकी रहीं।

रात भर चलती रही हड़ताल

इस बार सरकार का पूरा फोकस किसानों की महापंचायत शांतिपूर्ण तरीके से कराने पर रहा। किसी भी हाल में राज्य सरकार 10 दिन पहले बस्तर टोल घटना को दोहराना नहीं चाहती थी। ऐसे में सरकार का खुफिया विभाग भी सतर्क रहा और सभी घटनाक्रम की जानकारी आला अधिकारियों को देता रहा। हालांकि सरकार की तमाम तैयारियों के बावजूद किसानों ने शाम को मिनी सचिवालय को घेर लिया और वहीं डेरा डाल दिया। किसान रात भर सड़कों पर डटे रहे और सरकार-प्रशासन की सांसें अटकी रहीं।

सड़क बंद हुई तो कई काम होंगे प्रभावित

अगर किसान सेक्टर-12 रोड को ज्यादा देर तक बंद रखते हैं तो इससे न सिर्फ सरकारी बल्कि लोगों के गैर सरकारी काम भी प्रभावित होंगे। क्योंकि सचिवालय के अंदर स्थित 40 विभागों के कार्यालयों के अलावा सेक्टर-12 में 20 से अधिक बैंक, 15 से अधिक बीमा कंपनियां और 30 से अधिक अन्य निजी कार्यालय इस सड़क पर स्थित हैं। यहां हजारों लोग काम के सिलसिले में आते हैं।

करनाल में किसानों ने दिखाई एकता

किसान महापंचायत को लेकर मंगलवार को देश भर के किसानों और राजनेताओं की निगाहें करनाल पर टिकी रही। वहीं, बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, यूनाइटेड किसान मोर्चा और भाकियू (चाढूनी) प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी के बीच दूरियों को लेकर चर्चा हुई। राकेश टिकैत के घरौंदा महापंचायत नहीं पहुंचने की सूचना से भी ऐसी बातों को बल मिला, लेकिन गुरनाम सिंह चादुनी द्वारा बुलाई गई करनाल किसान महापंचायत में राकेश टिकैत, संयुक्त किसान मोर्चा के योगेंद्र यादव, बलबीर राजेवाल आदि नेताओं ने पहुंचकर किसानों की एकता भी का संदेश दिया।

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