डेस्क न्यूज़- गणतंत्र दिवस कि किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के बाद पिछले दो दिनों से पुलिस एक्शन में हैं। वही गुरुवार को पूरे दिन जो घटनाक्रम चला उससे यह लग रहा था कि अब किसान आंदोलन खत्म होने की कगार पर हैं। मगर पिछली रात को गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत रोते हुए कहा कि ‘मुझे मारने की साजिश रची जा रही है। मैं खुदकुशी कर लूंगा। देश के किसानों को बर्बाद नहीं होने दूंगा।’ इसके बाद टिकैत के इमोशनल दांव के बाद किसान आंदोलन फीर से तेज होता दिख रहा हैं।
हजारों किसान रात में ही रवाना हो गए
गुरुवार शाम 4 बजे तक गाजीपुर बॉर्डर पर भारी पुलिस बल की तैनात था। जिसके बाद ऐसा लग रहा था कि अब किसानों को घर
भेज दिया जाएगा। मगर रात को ही किसानों ने आंदोलन तेज करने की तैयारी शुरू कर दी थी।
जिसके बाद पुलिस को आधी रात को वापस जाना पड़ा।
यूपी और हरियाणा से गाजीपुर बॉर्डर के
लिए हजारों किसान रात में ही रवाना हो गए। वही अब मुजफ्फरनगर में 11 बजे किसान महापंचायत भी बुलाई गई है।
BJP विधायक की एंट्री ने बदला माहौल
शाम 6 बजे अफसरों के साथ बैठक के दौरान केश टिकैत धरनास्थल से हटने को राजी हो गए थे। मगर भाजपा विधायक की
एंट्री से मामले ने यू-टर्न ले लिया। विधायक नंद किशोर अपने समर्थकों के साथ धरनास्थल के पास पहुंच गए।
पुलिस को उन्होने कहा कि प्रदर्शनकारियों को यहा से रविवार तक हटा लें नही हम उन्हे हटा देंगे। इतना सुनते ही टिकैत भड़क गए।
फीर कहा कि भाजपा का विधायक पुलिस फोर्स के साथ मिलकर किसानों का मारने आया है। इसलिए
अब हम कहीं नहीं जा रहे। राकेश टिकैत के बड़े भाई नरेश टिकैत ने भी कहा कि अब तीनों काले कानूनों का निपटारा करके ही लौटेंगे।
11 बजे से किसान ने गाजीपुर के लिए कर रहे कूच
मेरठ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, शामली और बागपत से रात 11 बजे से लोगों ने गाजीपुर के लिए कूच करना
शुरु कर दिया हैं। यूपी के अलावा हरियाणा में भी खाप यह ऐलान कर चुकी हैं कि वह भी दिल्ली बॉर्डर
पर पहुंचेंगी। एक हज़ार ट्रैक्टरों के साथ किसान हरियाणा के भिवानी से रवाना हो चुके हैं।
जिसके बाद मामला बिगड़ते देख पुलिस फोर्स पीछे हटना पड़ा। .