पहले नाबालिग को घर से भगाने के चक्कर में जेल काटी, फिर बाहर आकर वापस परेशान किया, भाइयों ने मौत के घाट उतारा

जिले के उदयपुरवाटी क्षेत्र के ग्राम कैरोठ के धनी गढ़वाल के एक युवक की हत्या में पुलिस ने खुलासा किया है। मृतक विनोद का एक लड़की के साथ प्रेम संबंध था। जिसे उसने घर से भगा दिया था। इस मामले में, उन्हें पहले दो साल तक जेल में रखा गया और बाद में वापस आने पर उनकी जान चली गई
पहले नाबालिग को घर से भगाने के चक्कर में जेल काटी, फिर बाहर आकर वापस परेशान किया, भाइयों ने मौत के घाट उतारा

जिले के उदयपुरवाटी क्षेत्र के ग्राम कैरोठ के धनी गढ़वाल के एक युवक की हत्या में पुलिस ने खुलासा किया है। मृतक विनोद का एक लड़की के साथ प्रेम संबंध था। जिसे उसने घर से भगा दिया था। इस मामले में, उन्हें पहले दो साल तक जेल में रखा गया और बाद में वापस आने पर उनकी जान चली गई।23 मार्च को मृतक के भाई ओमप्रकाश गढ़वाल ने मामला दर्ज कराया था कि उनके भाई विनोद गढ़वाल की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने राकेश गुर्जर और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

इस मामले में पुलिस जांच के दौरान, यह पता चला है कि मृतक विनोद गढ़वाल को 2018 में चला के पास पीपली वाली ढाणी की एक नाबालिग लड़की को बहला फुसलाकर अपहरण कर लिया गया था। इस मामले में सदर नीमकाथाना में एक मामला दर्ज किया गया था। मृतक विनोद को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

मृतक विनोद जेल से छूटकर आने के बाद फिर लड़की को परेशान करने लगा

वह करीब चार-पांच महीने पहले जमानत पर बाहर आया था। उसके

आने के बाद, वह अक्सर शराब पीने के बाद पीपली डाणी जाता था

और लड़की के परिवार के सदस्यों आदि के साथ दुर्व्यवहार करता

था। जब लड़की के परिवार ने विनोद के परिवार को मामले से

अवगत कराया, तब परिवार के सदस्यों ने उसे समझाने का आश्वासन दिया। इसके बावजूद, विनोद अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। विनोद की हरकतों से परेशान लड़के के भाई और चचेरे भाई ने अपने नजदीकी राकेश गुर्जर को बताया। राकेश ने कहा कि वह मान जाएगा और अगर वह नहीं मानता है तो मुझे बता देना में उसका पुख्ता इलाज कर दूंगा

22 मार्च को शराब के नशे में आरोपियों के घर पहुंचा मृतक विनोद

मामले में गिरफ्तार लड़की के चचेरे भाई रवींद्र गुर्जर ने पुलिस को बताया कि 22 मार्च को मृतक विनोद शराब के नशे में लगभग 10.30 बजे अपने घर आया था। उसकी बहनों के साथ दुर्व्यवहार किया गया। रवींद्र ने विनोद को दो-चार थप्पड़ मारे, फिर विनोद वहीं गिर पड़ा। रविंद्र ने अपने परिचितों राकेश गुर्जर और मुकेश गुर्जर को बुलाया। उनके साथ देवेंद्र भी कैंपर लेकर आ गया। चारों ने लकड़ी के डंडो से मृतक विनोद के साथ मारपीट की और बाद में उसे मोटर साइकिल पर बैठाकर झड़ाया नगर से कैरोठ जाने वाली सड़क पर पटक दिया। उसके बाद राकेश गुर्जर ने उसे अपनी कैंपर में डालकर कपिल अस्पताल नीमकाथाना पहुंचाया लेकिन उसकी मौत हो गई।

कांस्टेबल अजीत का विशेष योगदान रहा

घटना के तुरंत बाद हत्या का आरोपी फरार हो गया। ऐसे में हत्या के रहस्य को सुलझाना एक चुनौती थी। थाने में एक कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम करने वाले कांस्टेबल अजीत ने मामले से जुड़े आरोपियों, उनके रिश्तेदारों, मुखबिरों आदि की कॉल डिटेल निकालकर हत्या का खुलासा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

दो आरोपी चार दिन के रिमांड पर, दो फरार

पुलिस ने हत्या के मामले में चार लोगों को आरोपी माना है। पुलिस ने दो को गिरफ्तार किया है। दो अभी भी फरार हैं। हत्या के आरोप में गिरफ्तार पिपली की ढाणी तन चला निवासी रविंद्र गुर्जर व सिरोही निवासी धर्मसिंह उर्फ देवेंद्रसिंह को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया। जिनको चार दिन के रिमांड पर सौंपा गया है। मामले में मुख्य आरोपी राकेश गुर्जर व मुकेश गुर्जर अभी फरार चल रहे हैं।

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