बारां जिले के शाहाबाद कस्बे में एक दिन के अंतराल में दूसरी बार भारी बारिश हुई। इससे वहां बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। आज दूसरे दिन भी 10 इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। पहले शनिवार को एक फुट तक बारिश हुई थी। भारी बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए। एक फुट तक खेतों में पानी भर गया।
मध्य प्रदेश और राजस्थान के पूर्वी क्षेत्र में भारी बारिश के कारण चंबल ओवरफ्लो हो गयी।
चंबल, पार्वती नदियों का जलस्तर बढ़ने से इन पर बने बांधों से पानी छोड़ना शुरू हो गया है।
इस साल पहली बार मानसून में कोटा बैराज से 2 गेट खोलकर 5 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
भरतपुर में आंगई पार्वती बांध के 20 गेट 4 फीट ऊंचाई में खोलकर पूरी क्षमता के साथ पानी की निकासी की जा रही है।
मौसम विभाग से मिली रिपोर्ट के मुताबिक बारां के शाहाबाद में
सोमवार को 246 मिमी (करीब 10 इंच) बारिश दर्ज की गई.
सवाई माधोपुर में 215 मिमी (लगभग 9 इंच) और करौली जिले के सपोटरा में 184 मिमी (7 इंच से अधिक) दर्ज किया गया। आज बारां, सवाई माधोपुर, करौली, अलवर, धौलपुर में कई जगहों पर भारी बारिश हुई. वहीं जयपुर, भरतपुर, दौसा, कोटा, टोंक, बूंदी जिलों में अच्छी बारिश हुई.
जयपुर में पिछले 3 दिनों से बारिश हो रही है। सुबह चार बजे से शुरू हुई बारिश सुबह 10 बजे तक जारी रही। चारदीवारी समेत शहर की ज्यादातर सड़कों पर पानी भर गया। लोग सुबह-सुबह बारिश का लुत्फ उठाते भी दिखे। चारदीवारी के अलावा सीकर रोड, अजमेर रोड 200 फीट बाइपास, एमआई रोड समेत कई जगहों पर आधा से एक फीट तक पानी भर गया. सुबह ऑफिस व अन्य काम के लिए जा रहे लोग बारिश के कारण जाम में फंस गए। सीकर रोड पर जलजमाव के कारण यातायात प्रभावित रहा। जयपुर के चौमू कस्बे के मलेश्वर धाम में भारी बारिश के बाद पहाड़ों से झरने शुरू हो गए।