हिमाचल भूस्खलन: यात्रियों से भरी बस पर चट्टानें गिरने से मरने वालों का आंकड़ा 13 पहुंचा, दूसरे दिन भी बचाव अभियान जारी

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निगुलसेरी में गुरुवार को सुबह होते ही तलाशी अभियान शुरू हो गया। लैंडस्लाइड वाली जगह से 200 मीटर नीचे बस के पार्ट मिले हैं। 3 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या 13 हो गई है। 13 लोगों को मलबे से निकाला जा चुका है, जो सुरक्षित हैं। 50 से ज्यादा लोग अभी भी फंसे हैं
हिमाचल भूस्खलन: यात्रियों से भरी बस पर चट्टानें गिरने से मरने वालों का आंकड़ा 13 पहुंचा, दूसरे दिन भी बचाव अभियान जारी

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निगुलसेरी में गुरुवार को सुबह होते ही तलाशी अभियान शुरू हो गया। लैंडस्लाइड वाली जगह से 200 मीटर नीचे बस के पार्ट मिले हैं। 3 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या 13 हो गई है। 13 लोगों को मलबे से निकाला जा चुका है, जो सुरक्षित हैं। 50 से ज्यादा लोग अभी भी फंसे हैं।

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निगुलसेरी में गुरुवार को सुबह होते ही तलाशी अभियान शुरू हो गया

बता दें कि बुधवार दोपहर को हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर

पहाड़ दरक गए। इस बार किन्नौर में निगुलसेरी के पास नेशनल

हाईवे 5 पर भूस्खलन हुआ और ऊपर से चट्‌टानें गिरीं। हादसे में

हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस समेत एक ट्रक और कुछ कारें

मलबे के नीचे दब गईं। हादसे की जानकारी मिलते ही ITBP और NDRF की टीमों ने

मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान शुरू किया। हिमाचल पुलिस और स्थानीय लोग भी रेस्क्यू में जुटे हैं।

दिन में ड्रोन की मदद से भी बस को खोजा गया लेकिन कामयाबी नहीं मिली

एनएच के करीब 100 मीटर हिस्से पर टनों के हिसाब से मलबा और चट्टानें गिर गईं। रात 9:00 बजे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में मलबे को हटाकर टिपर, दो कारों और एक सूमो को निकाल लिया गया है। हालांकि, टीमें अभी बस को नहीं खोज पाई हैं। दिन में ड्रोन की मदद से भी बस को खोजा गया लेकिन कामयाबी नहीं मिली। रात को एनएच से करीब 400 मीटर नीचे उतरकर टीमें सतलुज नदी के पास भी पहुंचीं पर बस का कोई सुराग नहीं मिला। सेना, आईटीबीपी की तीन बटालियनों के 200 जवान, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमों ने  सुबह दोबारा रेस्क्यू शुरू करे दिया है।

देर रात चले बचाव अभियान में 10 लोगों के शव निकाले गए और 13 लोगों को सुरक्षित बचाया गया था

बुधवार देर रात चले बचाव अभियान में 10 लोगों के शव निकाले गए और 13 लोगों को सुरक्षित बचाया गया था। 10 मृतकों में 4 पुरुष, 5 महिलाएं और 1 बच्चा शामिल रहा। 7 मृतक किन्नौर से, एक हमीरपुर, एक शिमला और एक सोलन का है। अंधेरा होने के कारण बुधवार को सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया था और हाईवे भी बहाल कर दिया गया था। SDM भावनगर मनमोहन ने बताया कि सड़क पर गिरे मलबे को साफ कर दिया गया है, लेकिन अभी तक मलबे में दबे बाकी लोगों का पता नहीं चल पाया है।

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