डेस्क न्यूज़- Air chief marshal ने गुरुवार को कहा कि बेंगलुरु में चीन और एयर इंडिया शो के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी तनाव के बीच सीमा पर सुरक्षा बलों की पर्याप्त तैनाती थी। एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदोरिया ने कहा कि चीनी शिविर में राफेल विमानों की तौनाती ने चिंता बढ़ा दी है। वायु सेना प्रमुख मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि चीन ने पूर्वी लद्दाख के पास के इलाकों में अपने जे -20 लड़ाकू विमान तैनात किए थे, लेकिन जब हमने राफेल को इलाके में तैनात किया तो वह पीछे हट गए।
भदौरिया ने कहा कि किसी भी स्थिती निपटने के लिए तैयार हैं
वायु सेना के आरकेएस भदौरिया ने कहा कि भारत और चीन के बीच मौजूदा दौर में बातचीत चल रही है। यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि बातचीत कैसी होती है। हमने आवश्यकतानुसार बल तैनात किया है। हमारी तरफ से बातचीत पर बहुत ध्यान दिया जा रहा है। यदि पीछे हटने की प्रक्रिया शुरू होती है, तो यह अच्छा होगा,
लेकिन अगर कोई नई स्थिति पैदा होती है, तो हम इसके लिए भी हम पूरी तरह से तैयार हैं।
Air chief marshal ने कहा- राफेल विमान का तैनाती ने बाद चीन पीछे हटा
जब वायु सेना प्रमुख से पूछा गया कि क्या राफेल विमान ने चीन के लिए चिंता पैदा कर दी है,
तो भदोरिया ने कहा कि यह निश्चित रूप से चीन को परेशान करने वाला है। चीन ने अपने जे -20 लड़ाकू विमानों को पूर्वी लद्दाख के करीब के क्षेत्रों में लाया, लेकिन जब हम राफेल को इस क्षेत्र में लाए, तो वह पीछे हट गया। हम उनके कार्यों और क्षमताओं को अच्छी तरह से जानते हैं।
एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि पूंजीगत व्यय में 20,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी सरकार का एक बड़ा कदम है। पिछले साल भी सरकार ने 20,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त फंड उपलब्ध कराया था। इससे तीनों सेनाओं को मदद मिली हैं। मुझे लगता है कि यह हमारी क्षमता का निर्माण करने के लिए पर्याप्त है।