बार-बार तबादलों की वजह से सुर्खियों में आए आईएएस अधिकारी लोकेश कुमार जांगिड़ को जान से मारने की धमकी मिली है. इसके बाद उन्होंने एमपी के डीजीपी को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है.
जांगिड़ ने पुलिस को जो आवेदन दिया है उसमें लिखा है कि गुरुवार
की रात करीब 11 बजे उसे एक अनजान नंबर से कॉल आया और
उसने धमकाया कि तू नहीं जानता किससे पंगा लिया है अगर आप
अपने बेटे और अपने जीवन की सुरक्षा चाहते हैं,
तो छह महीने के लिए छुट्टी पर जाएं और मीडिया से बात करना बंद कर दें, नहीं तो बुरा होगा।
धमकी देने वाले ने उनके मीडियाकर्मियों को इंटरव्यू देने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि शहादत के शौक मत चढ़ाओ। डीजीपी को लिखे पत्र में जांगिड़ ने लिखा कि जैसे व्यापम के व्हिसल ब्लोअर के साथ हुआ उनके साथ ना हो इसलिये उनके निजी घर के बाहर पुलिस की सुरक्षा और उनको दो सशस्त्र गार्ड दिये जाएं. उधर जांगिड़ के पत्र को पुलिस ने गंभीरता से लिया है और डीजीपी दफ्तर से भोपाल के एसएसपी को जांच कर जल्दी रिपोर्ट देने को कहा है.
भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2014 बैच के अधिकारी जांगिड़ का 54 महीनों में नौ बार तबादला हो चुका है। उनका आखिरी तबादला बड़वानी से हुआ था जहां उन्होंने कलेक्टर के कुछ फैसलों पर आपत्ति जताई थी. बाद में उनकी चैट आईएएस अधिकारियों के एक समूह में लीक हो गई जिसमें उन्होंने सरकारी व्यवस्था पर सवाल उठाए। जो मीडिया की खबर बन गई।
उधर, सरकार जांगिड़ की इन चैट और उनकी खबरों से खफा है और उन्हें नोटिस देकर जवाब मांगने की तैयारी कर रही है. हालांकि बीजेपी सांसद सुमेर सिंह सोलंकी ने जांगिड़ के काम की तारीफ की है. जांगिड़ अपने काम के दौरान जनता के बीच काफी लोकप्रिय रहे हैं। अब कांग्रेस भी इस मुद्दे पर शिवराज सरकार को घेर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी जांगिड़ का नाम लिए बिना ट्वीट किया है कि एक युवा आईएएस अधिकारी का तबादला कलेक्टर ने इसलिए किया क्योंकि वह कलेक्टर को चंदा नहीं दे रहे थे.