यदि सिर के बाल अभी से हो गये है झड़ना शुरू, तो अपनाए ये तरीका… 

थायरॉयड की बीमारी में गले की ग्रंथि यानी ग्लैंड सबसे ज्यादा प्रभावित होता है। इस बीमारी से ग्रसित लोगों के गले पर सूजन आ जाती है, जिसके कारण शरीर में तेज दर्द, अकड़न, आंखों की रोशनी धुंधली होना, वजन बढ़ना या घटना और बाल झड़ने जैसी कई समस्याएं होने लगती हैं।
यदि सिर के बाल अभी से हो गये है झड़ना शुरू, तो अपनाए ये तरीका… 

यदि सिर के बाल अभी से हो गये है झड़ना शुरू, तो अपनाए ये तरीका : थायरॉयड की बीमारी में गले की ग्रंथि यानी ग्लैंड सबसे ज्यादा प्रभावित होता है।

इस बीमारी से ग्रसित लोगों के गले पर सूजन आ जाती है, जिसके कारण शरीर में तेज दर्द, अकड़न, आंखों की रोशनी धुंधली होना, वजन बढ़ना या घटना और बाल झड़ने जैसी कई समस्याएं होने लगती हैं।

थायरॉयड के कारण ना सिर्फ आपके सिर के बाल धीरे-धीरे झड़ना शुरू हो जाते हैं,

बल्कि आपकी भौहों के बाल भी पतले होने लगते हैं।

इस बीमारी में सिर के बाल भी पतले हो जाते हैं।

लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि थायरॉइड से जूझ रहे लोगों के बाल दोबारा नहीं आ सकते।

बल्कि अपने खानपान को ठीक कर इस समस्या से निजात पाया जा सकता है।

तो आज हम आपको बताएंगे ऐसे प्राकृतिक उपाय, जिनके इस्तेमाल से आप झड़ते हुए बालों से छुटकारा पा सकते हैं।

विटामिन्स और मिनरल्स युक्त फूड्स का करें सेवन

यदि सिर के बाल अभी से हो गये है झड़ना शुरू, तो अपनाए ये तरीका : थायरॉयड से जूझ रहे लोगों को अपनी डाइट में ज्यादा विटामिन और मिनरल्स वाले फूड्स शामिल करने चाहिए।

क्योंकि, शरीर में इनकी कमी के कारण बाल झड़ सकते हैं।

ऐसे में आयरन, बायोटिन, जिंक, सेलेनियम और लाइसिन जैसे पोषक तत्वों से युक्त खाने का सेवन करना लाभदायक साबित हो सकता है। आप हरी पत्तेदार सब्जियां, बीन्स, ड्राइफ्रूट्स, और रेड मीट का सेवन कर सकते हैं।

बालों में इसेंशियल ऑयल का करें इस्तेमाल

बालों में इसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करने से थायरॉयड हार्मोन्स के उत्पादन में मदद मिलती है। साथ ही यह बालों को विकसित करने में मदद भी करता है। ऐसे में आप बाल झड़ने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए इसेंशियल ऑयल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।

खाने में जड़ी-बूटियों को करें शामिल 

आयुर्वेद में जड़ी-बूटियों का खासा महत्व है। आप बालों की समस्या से निजात पाने के लिए खाने में दालचीनी, लाल लौंग, कोहोश, पाममेटो, डोंग क्वाइ और सीताल्रो को शामिल कर सकते हैं।

नियमित करें योग 

रोजाना योगासन का अभ्यास करने से हर तरह की बीमारी से निजात मिल सकता है। ऐसे में थायरॉयड की बीमारी से ग्रसित लोगों को रोजाना योग और ध्यान करना चाहिए। इससे तनाव में कमी आती है। साथ ही समग्र स्वास्थ्य के लिए भी योग बेहतर होता है।

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