डेस्क न्यूज – कश्मीर को लेकर बढ़ते तनाव के बीच प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि वह अब भारत के साथ बातचीत की तलाश नहीं करेंगे, क्योंकि नई दिल्ली के साथ उनके संवाद अब तक निरर्थक साबित हुए हैं।
इमरान खान ने एक इन्टरव्यू में कहा कि "उनके साथ बात करने का कोई मतलब नहीं है। मेरा मतलब है, मैंने सारी बात कर ली है। दुर्भाग्य से, अब जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, तो जो कुछ भी मैं शांति और संवाद के लिए बना रहा था, मुझे लगता है कि वे इसे तुष्टीकरण के लिए ले गए थे,
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाला संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त कर दिया और इस राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया।
इस मुद्दे पर भारत ने विश्व को बताया था जम्मू-कश्मीर कि जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म करना एक आंतरिक मामला था और पाकिस्तान को वास्तविकता स्वीकार करने की सलाह भी दी।