इमरान बोले मैं दुनिया में सबसे कम तनख्वाह पाने वाला प्रधानमंत्री

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने नवाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी के साथ परवेज मुशर्रफ पर भी निशाना साधा
इमरान बोले मैं दुनिया में सबसे कम तनख्वाह पाने वाला प्रधानमंत्री

डेस्क न्यूज़- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि वो ईमानदार हैं, इसलिए फौज से उन्हें कोई खतरा नहीं है। शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में इमरान ने कुछ अहम सवालों के जवाब दिए। हालांकि, मुल्क में आटे-शक्कर की भयंकर किल्लत और बेतहाशा महंगाई पर कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। खान ने कहा कि वो दिन रात पूरी मेहनत और ईमानदारी से काम करते हैं। इसके अलावा वे दुनिया के सबसे कम तनख्वाह पाने वाले प्रधानमंत्री हैं।

आर्मी का खौफ नहीं

एक सवाल पर खान ने कहा, "मैं ईमानदार हूं। इसलिए फौज से मुझे कोई खतरा नहीं। वो तो मेरे साथ है। सरकार और फौज के बीच कोई तनाव भी नहीं हैं। मैं मुल्क की बेहतरी के लिए दिन-रात काम करता हूं। इसके नतीजे भी दिखने लगे हैं। फौज का डर तो नवाज शरीफ और जरदारी जैसे भ्रष्ट नेताओं को होना चाहिए। देश की खुफिया एजेंसीज जानती हैं कि नवाज और जरदारी ने भ्रष्टाचार से कैसे और कितना पैसा कमाया। वो ये भी जानती है कि मैंने किसी तरह का करप्शन नहीं किया। मौलाना फजल-उर-रहमान सरकार को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके खिलाफ देशद्रोह का केस चलाया जाएगा।"

मेरी सैलरी सबसे कम

अपनी ईमानदारी और सादगी का बयान करते हुए इमरान ने कहा, "मैंने कोई कैम्प ऑफिस नहीं खोला। रोजी-रोटी के लिए मैं सिर्फ सैलरी पर निर्भर हूं। अपने तमाम बिलों का भुगतान जेब से करता हूं। हो सकता है लोग भरोसा न करें लेकिन मैं दुनिया में सबसे कम तनख्वाह पाने वाला प्रधानमंत्री हूं।" पाकिस्तान में इन दिनों गेहूं का आटा और शक्कर की भयंकर किल्लत है। इनकी कीमत भी आसमान छू रही है। कई शहरों में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बारे में पूछे गए सवाल पर इमरान ज्यादा सफाई नहीं दे सके। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि सरकार मामले की जांच कर रही है।

मंत्री बोले- महंगाई के लिए भारत जिम्मेदार

दूसरी तरफ, पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद ने बेतहाशा महंगाई के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है। एक इंटरव्यू में राशिद ने कहा- कश्मीर मुद्दे के कारण भारत से सब्जियां, टमाटर और प्याज आना बंद हो गए, इसकी वजह से पाकिस्तानी लोगों को ज्यादा महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। हम इससे निपटने के लिए हर हफ्ते कैबिनेट मीटिंग कर रहे हैं लेकिन मीडिया इसका मजाक बना रहा है।

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