भारत ने ब्रिक्स देशों के रोजगार कार्य समूह की अध्यक्षता की है,
जिसमें सदस्य देशों के बीच सामाजिक सुरक्षा समझौतों को बढ़ावा देने, श्रम बाजारों का औपचारिकीकरण,
श्रम बल में महिलाओं की भागीदारी और श्रमिक संघों की श्रम बाजार में भूमिका पर चर्चा की गई है।
केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यहां बताया कि
अपूर्वा चंद्रा, सचिव, श्रम और रोजगार सचिव अपूर्व चंद्र ने 11-12 मई को
ऑनलाइन ब्रिक्स रोजगार कार्य समूह की बैठक की अध्यक्षता की।
भारत ने इस साल ब्रिक्स की अध्यक्षता ग्रहण की है।
बैठक के मुद्दों में ब्रिक्स राष्ट्रों के बीच सामाजिक सुरक्षा समझौतों को बढ़ावा देना,
श्रम बाजारों का औपचारिककरण, श्रम शक्ति में महिलाओं की भागीदारी और श्रमिक संघों की श्रम बाजार में भूमिका शामिल रही।
बैठक में ब्रिक्स सदस्य देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधियों के अलावा, अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन और अंतरराष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा एजेंसी के प्रतिनिधियों ने भी एजेंडा के मुद्दों पर सुझाव दिए।
भारतीय प्रतिनिधि मंडलों का नेतृत्व विशेष सचिव अनुराधा प्रसाद, संयुक्त सचिव आर के गुप्ता, अजय तिवारी और कल्पना राजसिंह तथा संयुक्त सचिव और निदेशक रूपेश कुमार ठाकुर ने किया। मंत्रालय ने बताया कि चर्चा बेहद स्पष्ट माहौल और सहज तरीके से हुई, जहां सदस्य देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने न केवल अनुभव और विचार साझा किये, बल्कि अपनी चिंताओं और चुनौतियों से भी अवगत कराया।