डेस्क न्यूज़- पश्चिम बंगाल की नंदीग्राम सीट से चुनाव हार चुकीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीजेपी उम्मीदवार और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की जीत के खिलाफ कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंच गई हैं। ममता ने नंदीग्राम में पूरी चुनाव प्रक्रिया को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। हालांकि, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने ममता बनर्जी की याचिका पर सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी। ममता की याचिका पर टली सुनवाई ।
बनर्जी के वकील ने शुक्रवार को न्यायमूर्ति कौशिक चंदा की पीठ के समक्ष मामला पेश किया। न्यायमूर्ति चंदा ने याचिकाकर्ता के वकील से चुनाव याचिका की प्रतियां प्रतिवादियों को सौंपने को कहा और मामले की अगली सुनवाई गुरुवार को तय की।
बता दें कि बंगाल में आठ चरणों में हुए चुनाव के बाद दो मई को नतीजे आए थे। इसमें सबकी निगाहें राज्य की हॉट सीट नंदीग्राम पर थी। यहां भाजपा प्रत्याशी और कभी ममता के खास रहे सुवेंदु अधिकारी ने रोमांचक मुकाबले में उन्हें 1,956 वोटों से हरा दिया था। यह बंगाल चुनाव का अब तक का सबसे बड़ा उलटफेर था।
ममता बनर्जी को हाईकोर्ट पहुंचने में 46 दिन लगे। दरअसल, 2 मई को नंदीग्राम में नतीजे घोषित होने के बाद ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर धांधली के गंभीर आरोप लगाए थे। तब उन्होंने यहां दोबारा मतगणना की भी मांग की थी, लेकिन चुनाव आयोग ने उनकी मांग को खारिज कर दिया और बीजेपी उम्मीदवार सुवेंदु अधिकारी को विजेता घोषित कर दिया। तब ममता ने फैसले के खिलाफ कोर्ट जाने की बात कही थी, आखिरकार उन्होंने 46 दिन बाद कलकत्ता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, तृणमूल ने आरोप लगाया कि ईवीएम से छेड़छाड़ की गई है और उनकी संख्या में विसंगति है, मतदान प्रक्रिया को भी बार-बार रोका गया और चुनाव अधिकारियों द्वारा इसकी सूचना नहीं दी गई. "लेकिन मुझे लगता है कि मेरी जीत की खबर आने के बाद कुछ गलत हो गया," उन्होंने कहा। इसके बाद सुनने में आया कि रिजल्ट बदल गया है। मैं इस मामले में कोर्ट जाऊंगी।