डेस्क न्यूज़- भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत आज कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक दोनों नेता केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को तेज करने और सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा करेंगे। बैठक से पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने मीडिया से कहा कि आज वह 3 बजे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे। इस दौरान उनकी बात कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और स्थानीय किसानों के मुद्दे पर होगी।
दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर धीमी होने के बाद किसान नेता अपने आंदोलन को और मजबूती देने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं से मिल रहे हैं। इसी कड़ी में राकेश टिकैत बुधवार को ममता बनर्जी के साथ बैठक करेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। इस साल की शुरुआत में मार्च-अप्रैल में बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान किसान नेता टिकैत ने तृणमूल कांग्रेस के लिए प्रचार किया था। इसके साथ ही ममता बनर्जी समय-समय पर किसान आंदोलन के समर्थन में आवाज भी उठाती रही हैं। दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के मंचों पर टीएमसी के कई सांसद भी पहुंचे थे।
2024 के लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी के वाराणसी संसदीय सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच किसान नेता राकेश टिकट ने कहा कि वह खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन लोगों को जागरूक जरूर करेंगे। टिकैत ने कहा कि नौ जून को बंगाल में किसानों की बैठक है। इस दौरान बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे। टिकैत ने कहा कि पहले टोहाना के विधायक को जिताने के लिए लोग ट्रैक्टर पर जाते थे, लेकिन इस बार लोग ट्रैक्टर पर उनके खिलाफ आ रहे हैं इसलिए ट्रैक्टर इस आंदोलन की जान बन गया है।
राकेश टिकैत ने कहा कि टोहाना के सदर थाने में किसान धरना दे रहे हैं, वहीं पुलिस भी अपने ही थाने में धरना दे रही है। उन्होंने कहा कि वह थाने के बीच में रस्सी खींचकर पुलिस और किसानों का रास्ता अलग करेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों के सोने के बाद पुलिस की टीम भी उनसे महज दो से ढाई फुट की दूरी पर ही रहती है। टिकैत ने दावा किया कि भारत सरकार चुनाव वर्ष 2024 तक तीन कृषि कानूनों को निश्चित रूप से वापस ले लेगी। उन्होंने कहा कि सरकार को टोहाना में किसानों के खिलाफ मामले वापस लेने होंगे।