डेस्क न्यूज़- ममता बनाम मोदी – पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच तनातनी खत्म होने का नाम नही रही। चक्रवात Yass से हुई तबाही का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को बंगाल पहुंचे, जहां ममता बनर्जी आधे घंटे की देरी से पीएम की समीक्षा बैठक में पहुंचीं। इसके बाद केंद्र ने बंगाल के मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय को दिल्ली बुलाया। इस बात को लेकर बीजेपी और तृणमूल नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने पीएम पर तंज कसते हुए कहा कि वे 7 साल से 15 लाख का इंतजार कर रहे हैं, थोड़ा पीएम भी कर लें। वहीं इस मामले में कांग्रेस पार्टी भी कूद पड़ी है।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने बैठक में ममता
बनर्जी के देर से पहुंचने पर हुए हंगामे पर तंज कसा।
महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया, "30 मिनट की कथित देरी
पर इतना बवाल? भारतीय 7 साल से 15 लाख रुपए का इंतजार कर रहे हैं। एटीएम के बाहर घंटों इंतजार।
महीनों से वैक्सीन का इंतजार। थोड़ा आप भी कर लिजिए कभी-कभी…।"
पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय को केंद्र ने दिल्ली बुलाया है। मुख्य सचिव के रूप में उनका कार्यकाल समाप्त हो गया था, लेकिन चार दिन पहले ममता सरकार ने उनका कार्यकाल तीन महीने बढ़ा दिया था। अलपन बंदोपाध्याय को ममता बनर्जी का करीबी माना जाता है। इस पर कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने निशाना साधा।
गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को ट्वीट किया, "ममता दीदी का आज का आचरण दुर्भाग्यपूर्ण है। चक्रवात यास से प्रभावित लोगों की मदद करना समय की मांग है, लेकिन दुख की बात है कि दीदी ने अपने अहंकार को जनकल्याण से ऊपर रखा। उनका आज यह तुच्छ व्यवहार यही दर्शाता है।" .
चक्रवाती तूफान से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम मेदिनीपुर जिले के कलाईकोंडा में एक बैठक की। ममता बनर्जी इस बैठक में देर से पहुंचीं। इतना ही नहीं, उन्होंने 20 हजार करोड़ के नुकसान की सूचना दी और यह कहकर वापस चली गई। ममता ने कहा कि उन्हें अन्य बैठकों में भी शामिल होना है। वहीं, बैठक में देर से पहुंचने पर ममता बनर्जी के कार्यालय से कहा गया कि पीएम मोदी को कलाकोंडा पहुंचने में 20 मिनट से ज्यादा का समय लगने वाला था। इसलिए उन्हें भी 20 मिनट देरी से आने को कहा गया।