डेस्क न्यूज़- पश्चिम त्रिपुरा के जिलाधिकारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे एक शादी हॉल में छापा मार रहे हैं, जहां कोरोना के नियमों की अनदेखी की जा रही है। इस वीडियो में जिलाधिकारी शैलेश यादव हॉल में मौजूद पुलिसकर्मियों को काफी गुस्से में डांटते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, वीडियो वायरल होने और मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद डीएम को निलंबित कर दिया गया है। डीएम ने दुल्हा-दुल्हन को धमकाया ।
वीडियो में, जिलाधिकारी ने पुलिसकर्मियों को दूल्हा और दुल्हन सहित पूरी भीड़ को बाहर निकालने का निर्देश दिया, और सभी लोगों को गिरफ्तार करने के लिए भी कहा। डीएम शैलेश यादव ने कहा कि इन लोगों के खिलाफ नाइट कर्फ्यू और महामारी आपदा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
इतना ही नहीं, डीएम यादव ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाया कि वे प्रशासन का समर्थन नहीं कर रहे हैं। वीडियो में शैलेश यादव यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि वह अगरतला पुलिस स्टेशन के प्रभारी सरकार से शिकायत करेंगे और उन्हें निलंबित करने की सिफारिश करेंगे।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने जिलाधिकारी के रवैये के खिलाफ सवाल उठाने शुरू कर दिए। इस वीडियो पर टिप्पणी करते हुए, यूजर्स ने जिलाधिकारी के रवैये की निंदा की और कहा कि प्रशासन कार्रवाई के लिए केवल आम लोगों को देखता है, नेता को नहीं। मंगलवार को जिलाधिकारी शैलेश यादव ने शादी रोकने के लिए माफी मांगी और कहा कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं है। वहीं, मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने मुख्य सचिव मनोज कुमार से घटना पर रिपोर्ट तलब करने को कहा है।