बिगड़ती स्थिति को देखते हुए राजनयिकों और विशेष वीजा आवेदकों (एसआईवी) को निकालने में मदद के लिए अमेरिका 3,000 से अधिक सैनिकों को अफगानिस्तान भेज रहा है। ये सैनिक तुरंत काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर तैनात होंगे।
एक और 1,000 कर्मियों को कतर भेजा जाएगा ताकि उन अफगानों को एकत्रित किया जा सके, जिन्हें निकाला जा रहा है और विशेष वीजा पर अमेरिका में ट्रांसफर किया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर अफगानिस्तान भेजे जाने के लिए अन्य 3,500 सैनिक अमेरिका में एक बेस से कुवैत में तैनात होंगे।
रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने विभाग को "अमेरिका और साथी नागरिक कर्मियों की सुरक्षा व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अस्थायी सक्षम क्षमताओं की स्थिति" का आदेश दिया है।
पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता जॉन किर्बी ने एक समाचार ब्रीफिंग में राष्ट्रपति जो बिडेन के अमेरिकी राजनयिक उपस्थिति को कम करने के पहले के आदेश का जिक्र करते हुए कहा,
"मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि इन बलों को राज्य विभाग के अनुरोध पर नागरिक कर्मियों की व्यवस्थित और सुरक्षित कमी का समर्थन करने व एसआईवी आवेदकों के माध्यम से काम करने की त्वरित प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने में मदद करने के लिए तैनात किया जा रहा है।" किर्बी ने कहा,"यह एक फोकस वाला एक अस्थायी मिशन है।"
अतिरिक्त तैनाती की घोषणा अफगानिस्तान में बिगड़ती स्थिति के साथ बिडेन प्रशासन में बढ़ती चिंताओं के बीच हुई, जिसके परिणामस्वरूप तालिबान कहीं अधिक तेजी से आगे बढ़ रहा था।
किर्बी ने जोर देकर कहा कि अतिरिक्त तैनाती से निकासी की समयसीमा प्रभावित नहीं होगी, जिसे अगस्त के अंत तक पूरा करने की तैयारी है।
अमेरिका ने अपने दूतावास और कर्मियों की सुरक्षा के लिए ड्रॉडाउन पूरा होने के बाद करीब 650 सैनिकों को छोड़ने की योजना बनाई थी। लेकिन, अब यह अपनी मौजूदगी बढ़ा रहा है। हालांकि यह एक अस्थायी उपाय है, किर्बी ने अपने नियोजित प्रवास की अवधि के बारे में कोई संकेत नहीं दिया।