न्यूज – मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सबसे बड़े COVID-19 हॉटस्पॉट जहांगीराबाद में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे सनसनी फैल गई है। यहां पर एडवांस में कब्रों की खुदाई की जा रही है।
अब तक यहां एडवांस में 12 कब्रें एडवांस में खोदी जा चुकी हैं। इन कब्रों को कोरोना संदिग्ध मृतकों के लिए अलग से बनाया जा रहा है।
जब इस बारे में सवाल उठे तो कब्रिस्तान कमेटी की तरफ से कहा गया कि रमजान और लॉकडाउन की वजह से लेबर नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में किसी शव के आने के बाद उसे सुपुर्द-ए-खाक करने में दिक्कत ना हो, इसके लिए पहले से इंतजाम किए गए हैं। आपको बता दें कि इस कब्रिस्तान में हमीदिया के साथ दूसरे कोरोना अस्पताल से कब्रिस्तान सीधे डेड बॉडी आती है।
बता दें कि जहांगीराबाद इलाके में अभी तक कोरोना वायरस के 250 मरीज सामने आ चुके हैं। यह आंकड़ा बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। यहां पर करीब 9 लोगों की मौत भी हो चुकी है। मौत के इन आंकड़ों के बीच कब्रिस्तान में कब्र की खुदाई से लोगों की चिंता बढ़ गई है। जद्दा कब्रिस्तान में 2 दिन पहले जेसीबी की मदद से 12 कब्रों की खुदाई कराई गई।
कब्रिस्तान कमेटी के अध्यक्ष रेहान ने बताया कि 1 महीने में 38 शवों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया है। यहां पर हमीदिया के अलावा कोरोना अस्पताल से सीधे डेड बॉडी आती है। इन डेड बॉडीज को ज्यादा समय तक रखा नहीं जा सकता, इसलिए पहले से कब्र खोदी गई है। उन्होंने बताया कि कब्रिस्तान के एक हिस्से में संदिग्ध शवों को दफनाया जाता है।
भोपाल के कोरोना हॉटस्पॉट में बड़ी संख्या में कब्रों की खुदाई के पीछे, लॉकडाउन को भी एक वजह बताया जा रहा है। कब्रों की खुदाई को लेकर उठे सवालों पर जद्दा कब्रिस्तान कमेटी का कहना है कि कब्र खुदवाना हमारी मजबूरी है क्योंकि रात के वक्त लेबर नहीं मिलती है। यहां नगर निगम के कर्मचारी भी नहीं है. ऐसे में पहले से कब्रिस्तान में व्यवस्था की गई है।