केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के 3 दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं। इसके लिए वह शनिवार को श्रीनगर पहुंचेंगे। इस दौरान वह सुरक्षा समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता करेंगे। साथ ही पंचायत सदस्यों के साथ राजनीतिक कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। अमित शाह ऐसे समय में जम्मू-कश्मीर का दौरा कर रहे हैं जब हाल ही में घाटी में नागरिकों को निशाना बनाया गया है और 11 लोग मारे गए हैं।
अगस्त 2019 में घाटी से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद से अमित शाह का जम्मू-कश्मीर का यह पहला दौरा होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गृह मंत्री के दौरे से पहले घाटी में माहौल सामान्य करने का दबाव है। टारगेट किलिंग के बाद तनाव को दूर करने के लिए जल्द से जल्द टारगेट किलिंग को कुचलने और इन्हें अंजाम देने वाले तत्वों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी के नेता सुनील शर्मा ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि शाह श्रीनगर पहुंचेंगे और फिर जम्मू जाएंगे। शर्मा ने कहा, "वह नई दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले फिर से कश्मीर का दौरा करेंगे।" उन्होंने कहा कि उन्होंने शाह के एक कार्यक्रम के लिए अपने जिलाध्यक्षों को बुलाया है। शाह के दौरे पर भाजपा की एक बैठक में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा, "गृह मंत्री जम्मू में एक रैली में भी शामिल होंगे।"
गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को देखते हुए घाटी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा बलों ने खासकर श्रीनगर में जांच और तलाशी अभियान तेज कर दिया है। वहीं, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा है कि सुरक्षा बलों ने घाटी में 10 मुठभेड़ों में 17 आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। बुधवार को घाटी में उग्रवाद विरोधी अभियान में एक जवान भी शहीद हो गया था।
उधर, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकी हमलों की साजिश रचने के सिलसिले में 11 जगहों पर छापेमारी की। इस छापेमारी के तहत श्रीनगर, बारामूला, पुलवामा, अवंतीपोरा, सोपोर और कुलगाम में तलाशी जारी है। इससे पहले 10 अक्टूबर यानी रविवार को भी एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में 16 जगहों पर छापेमारी की थी। एनआईए ने कुलगाम, बारामूला, श्रीनगर, अनंतनाग में कार्रवाई की थी। जानकारी के मुताबिक, वॉयस ऑफ हिंद पत्रिका से जुड़े मामलों में यह कार्रवाई की गई है। अधिकारियों ने टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) कमांडर सज्जाद गुल के घर पर भी छापा मारा।